निर्भया का सम्मान करेगा अमरीका
वाशिंगटन: दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप और हत्या की शिकार लड़की को अमरीकी सरकार ने मरणोपरांत सम्मान के लिये चुना है. अमरीकी विदेश मंत्रालय की ओर से दिये जाने वाले इंटरनेशनल वीमेन ऑफ़ करेज अवार्ड की घोषणा करते हुए कहा गया है कि इस लड़की की आपबीती, न्याय के लिए लड़ाई और इसके परिवार के साहस ने भारत की लाखों लाख महिलाओं को यौन हिंसा के दंश से निपटने की हिम्मत दी है.
गौरतलब है कि 16 दिसंबर की रात दिल्ली की एक चलती बस में इस लड़की के साथ छह लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. बलात्कार करने के बाद आरोपियों ने इस लड़की और उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई भी की थी और चलती बस से नीचे फेंक दिया था, जिसके बाद लड़की का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था. बाद में बेहतर इलाज के लिए उसे 26 दिसंबर को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई थी. लड़की के साथ हुये गैंगरेप को लेकर पूरे देश भर में कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन हुये थे.
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने 8 मार्च को दुनिया भर की जिन 10 महिलाओं को सम्मानित करने का फैसला लिया है, उनमें दिल्ली में गैंगरेप की शिकार हुई 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा भी शामिल है.
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि इस लड़की की कहानी से हिम्मत पाने वाले लोगों की तरह ही यह लड़की भी एक कामकाजी परिवार में पैदा हुई थी. इस परिवार ने अपने सपनों की तरफ़ कदम बढ़ाते हुए इस लड़की को स्वास्थ्य शिक्षा दिलाने में निवेश किया था. इस लड़की ने अभी फ़िज़ियोथैरेपी की पढ़ाई की ही थी कि इसका जीवन समाप्त कर दिया गया.
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने इस बात का भी उल्लेख किया है कि किस तरह इस लड़की की असमय मौत के बाद भारत का सभ्य समाज उठ खड़ा हुआ तथा पूरी ताकत के साथ ऐसे कानूनों को बनाने की मांग की, जिनसे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. इन सभी कारणों से भारत की सरकार कार्रवाई कर रही है और जनता की मांगों को पूरा करने की कोशिश कर रही है.