ढोलकल से श्रीगणेश प्रतिमा चोरी
दंतेवाड़ा | सुरेश महापात्र: बस्तर के ढोलकल से सुप्रसिद्ध श्रीगणेश की प्रतिमा चोरी की खबर है. हालांकि इस प्रतिमा के चोरी की अधिकारिक पुष्टि अभी नही हुई है. दक्षिण बस्तर के फरसपाल इलाके से सटे घने जंगल और बैलाडिला की पहाड़ी से सटे ढोलकल शिखर पर स्थित प्राचीन श्रीगणेश की प्रतिमा चोरी होने की खबर गुरुवार को सामने आई. इस खबर ने बस्तर में पुरातात्विक धरोहर के संरक्षण और पर्यटन से जुड़े लोगों को सकते में डाल दिया है.
वाट्सऐप और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैली हुई हैं लेकिन अभी तक श्रीगणेश प्रतिमा की चोरी की खबर की पुष्टि नहीं हुई है. कुछ सूत्रों ने दावा किया है कि श्रीगणेश प्रतिमा की चोरी की कोशिश हुई है और प्रतिमा पहाड़ी के नीचे पाई गई है लेकिन यह सारे दावे केवल सोशल मीडिया में ही तैर रहे हैं.
नौवीं-दसवीं शताब्दी की इस 6 फीट ऊंची प्रतिमा को लेकर अनुमान है कि इसे नागवंशी राजाओं ने बनवाया था.
प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि 26 जनवरी को जब वे इस शिखर पर पहुंचे तो पाया कि वहां श्रीगणेश की प्राचीन प्रतिमा का स्थान खाली है. इस खबर के वाट्सएप पर वायरल होने के बाद ही पुष्टि के लिए लोगों ने प्रयास प्रारंभ कर दिया. इस बीच पता चला कि बचेली से युवाओं का एक दल ढोलकल की पहाड़ी पर 26 जनवरी को पहुंचा था. उसने ही इसे सबसे पहले देखा है. इधर 25 जनवरी को शिखर पहुंचने वाले फरसपाल के ग्रामीणों ने कहा कि 25 जनवरी तक शिखर पर मूर्ति अवस्थित थी.
ढोलकल की पहाड़ी से श्रीगणेश की प्राचीन प्रतिमा के गायब होने की खबर से पूरा दक्षिण बस्तर आक्रोशित है. यहां लोगों ने पुरातात्विक धरोहरों की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही कोताही को जिम्मेदार बताया है. बस्तर के विभिन्न हिस्सों में पुरा धरोहर यत्र—तत्र बिखरी पड़ी है. इसके संर्वधन और संरक्षण के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. हाल ही में दंतेवाड़ा में भैरमबाबा मंदिर से एक पुरातात्विक महत्व की मूर्ति चोरी हो गई. इसे लेकर पुलिस कार्रवाई की अब तक कोई रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हो पाई है.