बस्तर में बाढ़, शबरी, गोदावरी, इंद्रावती उफान पर
जगदलपुर । संवाददाताः छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में कम बारिश से लोग परेशान हैं, वहीं बस्तर संभाग में लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बस्तर के बीजापुर और सुकमा जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है.
बारिश से यहां की नदियां शबरी, गोदावरी, मिंटो, इंद्रावती उफान पर हैं.
वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर एर्राबोर के समीप पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण बस्तर का आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र से सड़क संपर्क टूट गया है.
झापरा पुल के ऊपर से भी पानी बहने की वजह से बस्तर का ओडिशा से संपर्क टूट गया है. बाढ़ की वजह से बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर जिले के सैकड़ों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है.
इंद्रावती नदी खतरे के निशान से ऊपर
जगदलपुर में इंद्रावती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यहां बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है.
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नाले के किनारे ना रहे. बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत शिविर बनाए गए हैं, वे वहां आकर रह सकते हैं.
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र का संपर्क टूटा
बस्तर के अलावा पड़ोसी ज़िलों में भी बाढ़ के कारण हालात बिगड़े हुए हैं.
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में दो दिनों लगातार बारिश हो रही है. यहां भी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं.
दल्ली-मानपुर मार्ग पर ईरागांव और कहगांव के बीच निर्माणाधीन नेशनल हाइवे 930 की एप्रोच रोड बह गई. वहीं कोरकोट्टी व जबकसा के पास भी सड़क के बह जाने से गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.
नदी-नाले में पुल के उपर से पानी बहने की वजह से, इस इलाके में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र का सड़क संपर्क टूट गया है.
वहीं जिले की कोतरी नदी भी उफान पर है. लगातार बारिश से मोंगरा बैराज भी लबालब भर गया है. इसके चलते बैराज से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
पानी छोड़ने के पहले नदी किनारे के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.