रायपुर में कारोबारी पर गोलीबारी, गैंगस्टर ने भेजा था मेल…
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिन दहाड़े बड़े कारोबारी प्रह्लाद अग्रवाल की गाड़ी पर गोली चलाने की घटना के बाद कारोबारी दहशत में हैं. हमलावरों की तलाश में पुलिस झारखंड रवाना हुई है.
आरंभिक तौर पर माना जा रहा है कि लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग ने यह हमला करवाया होगा. इसी गैंग से जुड़े एक व्यक्ति मयंक सिंह ने दो महीने पहले धमकी दी थी और कारोबारियों को चेतवानी दी ती कि बोर्ड ऑफ डायरेक्ट, टीम एंड फैमिली से बहुत जल्द एक आदमी कम कर दूँगा.
पुलिस का कहना है कि इस तरह की कथित धमकी दे कर अपराधी अपना दबदबा बनाने की कोशिश करते हैं.
आज जिस कारोबारी प्रह्लाद अग्रवाल पर अपराधियों ने गोली चलाई है, वो और उनके बेटे राजेश अग्रवाल, मूलतः छत्तीसगढ़ के सूरजपुर के रहने वाले हैं. छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में भी इनका कंस्ट्रक्शन का कारोबार है. कुछ इलाकों में इनकी ठेकेदारी भी है.
इनका कारोबार झारखंड में भी फैला है.
हमले की ज़िम्मेवारी ली
हमले के बाद कथित मयंक सिंह नामक एक गैंग्सटर ने इस हमले की ज़िम्मेवारी ली है. सोशल मीडिया पर मयंक सिंह के प्रोफाइल से लिखा गया-
मैं Mayank Singh बोल रहा हूं। अमन साहू गिरोह से पूर्व में मेरा रिसता बहुत अच्छा रहा था, यह बात सत्य है। पर मैं अमन साहू एवं गिरोह के भरोसे बैठे रहने वाला में से नहीं हूं…
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ये जो आज का घटना हुआ है, ज़िम्मेवारी मैं Mayank Singh लेता हूं…
आज के बाद Jharkhand में काम करने वाले सभी Railway, Road, Civil Construction-contractor, कोयला कारोबारी, Rake Loading व्यपारी, DO/Sale Order, Road Sale Lifter/कारोबारी, Stone Chips Crusher, बालू Minning Trsanportation कारोबारी- एवं अन्य जो कोई भी Jharkhand में काम कर रहे हैं वो सभी लोग आज के बाद अपना कान, आंख और घर के दरवाजा के साथ-साथ, अपना ** का भी ढंकन खोलकर रखना…
क्यूंकी मैं ये सबको इस घटना के साथ-साथ, ये भी सूचित करना चाहता हूं कि, मैं अबसे ~ @MAYANK SINGH GANG के नाम से रहूंगा.
इसका फैसला मैं खुद लूंगा। ये भी बता देना चाहता हूं कि कोई भी बिना मुझसे मैनेज करे, कोई भी कंपनी झारखंड में काम करेगी, उसके मालिक से बाद में निपटेंगे, पहले कंपनी के कर्मचारियों से निपटा जाएगा।
रेलवे, रोड, सिविल कंस्ट्रक्शन ठेकेदार, कोयला कारोबारी, रैक लोडिंग व्यापारी, माइनिंग और ट्रांसपोर्ट कारोबारी कान, आंख और घर के दरवाजा खोलकर रखना। क्योंकि इस घटना के साथ-साथ ये भी सूचित करना चाहता हूं कि, मैं अब से @MAYANK SINGH GANG नाम से रहूंगा।
इसका फैसला मैं खुद लूंगा। ये भी बता देना चाहता हूं कि कोई भी बिना मुझसे मैनेज करे, कोई भी कंपनी झारखंड में काम करेगी, उसके मालिक से बाद में निपटेंगे, पहले कंपनी के कर्मचारियों से निपटा जाएगा।
दो महीने पहले तीन शूटरों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ़्तार किया था. एक शूटर राजस्थान से पकड़ा गया था.
इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग से जुड़े कथित मयंक सिंह ने छत्तीसगढ़ की मीडिया को एक धमकी भरा ई-मेल भेजा था.
मयंक सिंह के बारे में पुलिस का कहना है कि यह सुनील कुमार मीणा है, जो मयंक सिंह के नाम से काम करता है.
क्या कहा था मेल में
पत्रकार महोदय को प्रणाम !
रायपुर पुलिस के द्वारा हमारे गैंग के कुछ मेंबर की गिरफ्तारी की गयी है! अखबारों में हमने पढ़ा कि हमारे जो टार्गेट थे, उनसे हमारा ये डिमांड है, वो डिमांड है, और कई तरह की बातें! अखबार में यह भी छापा गया है कि हमारा गैंग छत्तीसगढ़ में पैर फैलाना चाह रहा है रंगदारी वसूली के लिए!
इस बात में कहीं कोई दम नहीं है कि हमारा गैंग रायपुर में पैर फैलाना चाहता है ! मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि रायपुर में जिनकी हत्या होने वाली थी, उनमें ******* कंपनी के मालिकों में से एक थे। यह कंपनी झारखंड में सड़क निर्माण कर रही है। दूसरा टार्गेट थे ******* कंपनी के मालिकों में से एक। जिसका झारखंड में कोल परिवहन का काम है!
इनसे हमारा अब पैसे लेने देने या रंगदारी की माँग को लेकर कोई बात नहीं है.. इन्होंने ईगो हर्ट किया है। ******* कंपनी के मालिकों के इशारे पर इनके अधिकारी ने झारखंड पुलिस के कुछ लोगों के साथ मिलकर हमारे गैंग के लोगों की षड्यंत्र पूर्वक गिरफ्तारी करायी है.. इसे हम सीधे रूप से चुनौती के रूप में लेते हैं…. चाहते तो इसी कंपनी के अधिकारी या कर्मचारी की झारखंड में इनके साइट पर हत्या कर सकते थे पर हम ऐसा करेंगे नहीं क्यूंकि इसमें सीधे तौर पर मालिक की भूमिका थी। हम बेशक इस बार फेल हुए है ,पर ये प्रयास अंतिम नहीं है! हमारी कोशिश जारी रहेगी और हम बहुत जल्द ******* परिवार से एक आदमी कम कर देंगे….
******* कंपनी के मालिकों ने भी झारखंड में पैसे के बल पर वहाँ के कुछ नेताओं को अपना वर्क पेटी कॉंट्रैक्ट पर देकर ऊनके साथ मिलकर हमारे गैंग के लोगों को और बॉस को जेल से लेकर बाहर तक परेशान कराया है। इसलिए इसके भी बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टीम एंड फॅमिली से बहुत जल्द एक आदमी कम कर दूँगा !
साथ ही मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि गैंग में हथियारों और शूटर की कोई कमी नहीं है,, देश -विदेश के किसी हिस्से में बैठा कोई कॉर्पोरेट समूह झारखंड में कारोबार करेगा, मुझे दरकिनार नहीं कर सकता है। जो करने की कोशिश करेगा हम उस तक पहुंचेंगे!
मयंक सिंह