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गोललाइन तकनीक से गोल की सूचना

रियो डी जनेरियो | खेल डेस्क: फीफा विश्व कप में गोललाइन तकनीक से रेफरी को गोल होने की सूचना मिल जाया करेगी. इससे गोल को लेकर विवाद पैदा होने की स्थिति को टाला जा सकेगा.

गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में हुए पिछले विश्व कप में इंग्लैंड के एक शर्तिया गोल को नहीं दिए जाने के गलत फैसले ने इस बार गोललाइन तकनीक इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया.

फीफा विश्व कप-2014 में आधिकारिक तौर पर गोलकंट्रोल प्रणाली प्रदान करने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक डिर्क ब्रोइकॉसेन ने इस तकनीक के शत प्रतिशत शुद्ध नतीजे देने के प्रति आश्वस्त किया है.

गोलकंट्रोल के अध्यक्ष जोर्न लिंडनेर ने बताया कि दोनों गोलपोस्ट के पास तेज गति वाले कैमरों की सहायता से यह जाना जा सकेगा कि गेंद ने गोललाइन को पार की या नहीं.

यदि गेंद गोललाइन के भीतर प्रवेश कर जाती है तो यह प्रणाली रेफरी के पास गोल होने का संदेश भेज देगी. ब्रोइकोसेन ने यह भी कहा कि इस प्रणाली के इंटरनेट की भी जरूरत नहीं है तथा इस नई प्रौद्योगिकी को हैक भी नहीं किया जा सकता.

पिछले वर्ष ब्राजील में ही हुए कन्फेडरेशंस कप के दौरान इस गोललाइन तकनीक को परीक्षण के तौर पर प्रयोग किया गया, तथा इसके परिणाम पूरी तरह सही पाए गए थे.

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