छात्रों पर चढ़ा एग्ज़ाम फीवर
अब्दुल असलम
अब परीक्षाओं का दौर नजदीक आ गया है. मार्च की पहली तारीख से 12वीं और फिर दो दिन बाद 3 मार्च से 10वीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही परीक्षा की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. परीक्षा नजदीक आते ही बच्चे पढ़ाई को लेकर गंभीर हो गए है. विद्यार्थियों के खेलकूद, घूमने-फिरने, मौज-मस्ती पर विराम लग गया है.
परीक्षा में सफल होने और अधिकतम अंक लाने के लिए विद्यार्थियों के साथ ही उनके अभिभावकों ने भी मशक्कत शुरू कर दी है. बच्चों के साथ पैरेंट्स की दिनचर्या भी बदल गई है. झट-पट काम निपटा कर लौटते है और बच्चों से पढ़ाई के संबंध में फीडबैक ले रहे हैं. कई पैरेंट्स तो खुद समय निकालकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं. माताएं भी इन दिनों बच्चों की पसंद का खूब ख्याल रखने लगी है.
परीक्षा के मद्देनजर बच्चे 8 से 10 घंटे पढ़ाई कर रहे हैं. कई चैप्टर बार-बार पढऩे के बाद भी याद नहीं हो रहे हैं. जिसे लेकर विशेष तैयारियां भी विद्यार्थी कर रहे है. बोर्ड परीक्षा को लेकर बच्चों में टेंशन बना हुआ है. परीक्षा के डर के बीच तैयारी जोर-शोर से चल रही है.
छात्र-छात्राएं पढऩे का समय बढ़ाने के साथ ही धैर्य और गंभीरता से पढ़ाई कर रहे है. बच्चे अब टीवी से दूर रहकर किसी भी आयोजन व पार्टी में नहीं दिख रहे है ताकि उनका पूरा ध्यान पढ़ाई पर केन्द्रित रहे. चूंकि कई स्कूलों में अब तक सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है. जिसे लेकर छात्र-छात्राएं चिंतित है. गाइड, कुंजी से ही पढ़कर वे परीक्षा की वैतारिणी पार करने में जुटे हुए है.
कहां क्या माहौल
घर : घरों में अब केवल पढऩे-पढ़ाने की चर्चा हो रही है. टीवी के चलने के समय में कमी आ गई है. कुछ अभिभावकों ने तो केबल कनेक्शन भी कटवा दिए है. माताओं द्वारा बच्चों की पसंद और खान-पान का विशेष ख्याल रखा जा रहा है.
कोचिंग सेंटर: कोचिंग सेंटर व घरों में निजी ट्यूशन देने वालों की व्यस्तता बढ़ गई है. छात्र-छात्राओं में भी गंभीरता आ गई है. ट्यूशन और कोचिंग सेंटर वालों को खाने तक की फुर्सत नहीं है. एक-एक बैच में 15 से 20 बच्चे एक साथ पढ़ रहे हैं.
स्कूल: प्रायवेट स्कूलों में परिणाम बेहतर लाने की जद्दोजहद शुरू हो गई है. एक्स्ट्रा क्लास लगाकर कोर्स पूरा कराने के साथ ही बोर्ड की परीक्षा के लिए रिवीजन कराया जा रहा है. शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को बेहतर परिणाम लाने के लिए परीक्षा की तैयारी के टिप्स भी दिए जा रहे हैं.
बाजार: बाजार में भी परीक्षा का असर दिख रहा है. एक ही विषय की विभिन्न प्रकाशकों की अलग-अलग गाइड और प्रश्न बैंक की किताब दुकानों में भरमार है. इनकी बिक्री खूब हो रही है. इसके अलावा फल और बुद्घिवर्धक टॉनिक की डिमांड भी बढ़ी है.
ऐसे करें तैयारी
* सबसे पहले परीक्षा का भय मन से निकाल दे.
* अल सुबह और रात में शांत वातावरण में पढ़ाई करें.
* कठिन चैप्टर्स पर ज्यादा ध्यान दें.
* प्रत्येक विषय को पढऩे का समय निर्धारित करें ताकि पढ़ाई में सहुलियत हो.
* गणित और अंग्रेजी विषय को लिखकर तैयारी करें.
* तैयारी के लिए पुस्तकों पर ध्यान केन्द्रित करें. बोर्ड द्वारा जारी मॉडल प्रश्न पत्रों की मदद ले सकते हैं.
यह करें अभिभावक
* बच्चों के पढऩे के लिए घर का माहौल बेहतर रखें और पढ़ाई के संबंध में बातें करें.
* टीवी व साउंड सिस्टम को बंद रखें और पढऩे के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराएं.
* बच्चों पर दबाव डालने की बजाए पढऩे के लिए प्रेरित करें और उनके खान-पान पर ध्यान दें.
* यदि परीक्षा को लेकर बच्चे भयभीत है या दबाव महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श लें.