देश में रोज होती हैं 4700 बच्चों की मौत
नई दिल्ली | एजेंसी: भारत में प्रति 10,000 लोगों पर सिर्फ सात चिकित्सक हैं और हर रोज 4,700 बच्चे की मौत पांच साल की उम्र पूरी करने से पहले ही हो जती हैं. यह बात वर्ल्ड विजन इंडिया नामक एक संगठन की रिपोर्ट ‘द किलर गैप : अ ग्लोबल इंडेक्स ऑफ हेल्थ इनइक्व लिटी फॉर चिल्ड्रन’ से जाहिर होती है. इस रिपोर्ट में भारत को 176 देशों की सूची में 135वां स्थान दिया गया है.
वर्ल्ड विजन इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जयकुमार क्रिश्चियन ने कहा, “सूचकांक चार संकेतकों पर आधारित है- जीवन प्रत्याशा, स्वास्थ्य सेवा उपयोग करने के लिए किए गए खर्च, नवयौवन प्रजनन दर और स्वास्थ्य सुविधा.”
रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य सेवा का उपयोग करने के लिए भारतीय अपनी बचत का 61.7 फीसदी हिस्सा खर्च करने के लिए बाध्य हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 1,000 युवतियों में 86 महिलाएं 15 से 19 वर्ष के बीच बच्चे को जन्म देती हैं और अमीर तबके और गरीब तबके के लोगों के स्वास्थ्य में बड़ा फासला है.
रिपोर्ट के मुताबिक जिन पांच देशों में यह फासला सबसे कम है, वे हैं फ्रांस, डेनमार्क, नॉर्वे, लक्जमबर्ग और फिनलैंड. दूसरी और सबसे अधिक फासला वाले देशों में शामिल हैं चाड, सिएरा लियोन, गिनी, माली, इक्वेटोरियल गीनी, नाइजर, द डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और अफगानिस्तान.