बेरोजगारी दर कम करने में छत्तीसगढ़ पीछे
रायपुर | संवाददाता : छत्तीसगढ़ बेरोजगारी कम करने के मोर्चे पर फिर पीछे रह गया है. सेंटर ऑफ मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकोनॉमी के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार जुलाई में बेरोजगारी का आंकड़ा 7.43 फीसदी रहा. जबकि छत्तीसगढ़ में यह आंकड़ा 9 फ़ीसदी पर अटक गया है.
30 दिनों के औसत के आधार पर देखें तो छत्तीसगढ़ की तुलना में गुजरात, ओडिशा, मेघालय, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों में रोजगार के आंकड़े छत्तीसगढ़ के मुकाबले कहीं बेहतर हैं.
हालांकि कुछ राज्यों के मुकाबले छत्तीसगढ़ के आंकड़े थोड़ी राहत दे सकते हैं लेकिन देश के औसत के मुकाबले यह कमज़ोर है.
छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर जून माह में 14.4 से घटकर जुलाई माह में 9 प्रतिशत के स्तर पर आ गयी है.
CMIE के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में बेरोजगारी का आंकड़ा 7.43 फीसदी रहा है, जबकि जून में ये 10.99 फीसदी था. सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि जुलाई में शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में रोजगार बढ़ने के संकेत मिले हैं.
जुलाई में शहरी बेरोजगारी दर गिरकर 9.15 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि जून में यह आंकड़ा 12.02 फीसदी पर था. वहीं ग्रामीण इलाकों की बेरोजगारी का आंकड़ा साढ़े दस फीसदी के स्तर से घटकर जुलाई में 6.66 फीसदी पर रहा है.
आंकड़ों के मुताबिक बेरोजगारी दर कोरोना संकट के पहले के स्तर के करीब पहुंच गया है. मार्च में बेरोजगारी दर 8.75 फीसदी पर थी. जबकि जुलाई में बेरोजगारी दर 7.34% पर पहुंच गई है.
अगर पिछले 6 महीने के बेरोजगारी के आंकड़ों को देखें तो मार्च में 8.75 फीसदी, अप्रैल 23.52 फीसदी, मई में 23.48 फीसदी, जून में 10.99 फीसदी और जुलाई में अब गिरकर 7.43 फीसदी पर पहुंच गई है.