पोटाश बम से घायल हाथी शावक की मौत
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में पोटाश बम से घायल हाथी के बच्चे की अंततः मौत हो गई. वन विभाग का अमला दावा कर रहा था कि अगले सप्ताह भर में शावक ठीक हो जाएगा.
इस हाथी शावक की देखभाल के लिए 30 से अधिक लोगों को तैनात करने का वन विभाग ने दावा किया था. 24 घंटे हाथी शावक की निगरानी की बात कही जा रही थी. अफसरों ने कहा था कि अब हाथी के बच्चे को उसके झुंड से मिलाने की कोशिश की जाएगी.
लेकिन यह सारी कोशिशें असफल हुईं और हाथी शावक की एक महीने की तकलीफ के बाद, शनिवार को मौत हो गई.
गरियाबंद के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कोर इलाके में 8 नवंबर को पोटाश बम फटने से एक हाथी का बच्चा घायल हो गया था. बम के विस्फोट से हाथी के जबड़े और पैर में गंभीर चोट आई थी.
उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के सीतानदी नव परिक्षेत्र के सातलोर इलाके में 40 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा था. उसी दौरान किसी ने पोटाश बम रखा था, जिसे चबाने की कोशिश में हाथी शावक के मुंह में वह फट गया. लगभग 6 किलोमीटर तक उसके खून के धब्बे मिलने के 3 दिन बाद विन विभाग को हाथी शावक के घायल होने की खबर मिली.
इसके बाद वन विभाग ने हाथी शावक का इलाज शुरु किया था.