मतदानकर्मियों का न लौटना चिंताजनक: भूपेश
रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने शनिवार को कहा कि बस्तर से मतदान दलों का मतदान के दो दिन बाद भी वापस न लौटना चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि बस्तर में रमन सिंह की नहीं, नक्सलियों की सरकार चल रही है. राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि मतदान दलों के माध्यम से राज्य सरकार परिणाम को प्रभावित करने का प्रयास कर सकती है.
भूपेश ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जब मतदान दलों को केन्द्रों तक पहुंचाने में 12 घंटे लगे तो उन्हें वापस आने के लिए 50 घंटों से अधिक समय क्यों लग रहा है? बघेल ने कहा कि शासन के लोग अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर गड़बड़ी कर सकते हैं. उन्होंने संदेह जताया कि मतदान दल केन्द्रों तक पहुंचे इसकी क्या गारंटी है? कहीं ऐसा तो नहीं कि मतदान दल अज्ञात स्थानों में रहे और वहां से उन्हें वापस लौटने में समय लग रहा है?
उन्होंने मतदान दलों के अतिरिक्त मशीनों द्वारा भी गड़बड़ी करने की आशंका जताई है. भूपेश बघेल ने इस मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत कर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है.
शनिवार को इसी मामले में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुजूर को ज्ञापन सौंपकर मतदान दलों की वापसी में लेटलतीफी और मतदान दलों की सुरक्षा को लेकर जांच कराने की मांग की है.
बघेल ने भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की सभा में कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पास ऐसा कोई राज है, जिससे गांधी परिवार उनसे डरता है.
मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर, 2000 को जब नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए मोदी पर्यवेक्षक बनकर आए थे, तब उन्हें कार्यकर्ताओं ने दौड़ाया था. मोदी टेबल के नीचे छुप गए थे. ऐसे व्यक्ति द्वारा गांधी, नेहरू परिवार के खिलाफ डर की बात कहना उचित नहीं है.
भूपेश बघेल ने कहा कि जो इंसान खुद पर हमले के वक्त टेबल के नीचे छुप गया, वह देश के लिए क्या करेगा? उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को किसी से डरने की कोई जरूरत नहीं है.