छत्तीसगढ़ में चुनावी रथ अप्रैल से
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर: प्रदेश का राजनीतिक माहौल अगले महीने गरम रहेगा. अप्रैल महीने में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जहां अपनी सरकार की उपलब्धियों को लेकर विकास यात्रा पर निकलने वाले हैं, वहीं दूसरी तरफ सरकार की नाकामियों को लेकर कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा की रूप-रेखा तैयार की है. दोनों यात्रा प्रदेश के तकरीबन सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी. खास बात यह है कि मुख्यमंत्री की विकास यात्रा के लिए वाहन गुजरात से आया है तो कांग्रेस नेताओं के लिए प्रचार रथ हिमाचल प्रदेश से मंगाया गया है.
चुनावी साल में प्रदेश की राजनीतिक फिजां धीरे-धीरे गरमा रही है. विधानसभा सत्र निपटने के बाद राजनीतिक माहौल के और गरमाने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 15 अप्रैल के आस-पास सरकार की उपलब्धियां गिनाने विकास यात्रा पर निकलने की तैयारी कर रही है.
पार्टी के रणनीतिकार विकास यात्रा कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में लगे हैं. विकास यात्रा की शुरूआत दंतेवाड़ा से होगी और सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी. मुख्यमंत्री उसी रथ पर सवार होकर प्रदेश भ्रमण करेंगे, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात की खाक छान चुके हैं. वर्ष 2008 में इसी रथ पर उन्होंने विकास यात्रा निकाली थी और वहां दूसरी बार अपनी सरकार बनाई थी. इसके बाद प्रदेश भाजपा ने यह रथ यहां मंगवा लिया.
पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी मुख्यमंत्री इसी रथ पर सवार होकर प्रदेश का दौरा किया था. फिर से विकास यात्रा के लिए रथ को तैयार किया जाएगा. इस यात्रा में सरकार की भी भागीदारी होगी और मुख्यमंत्री के लोकार्पण-शिलान्यास के कार्यक्रम भी होंगे. विकास यात्रा के जवाब में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा निकलने की रणनीति बनाई है.
प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल की मौजूदगी में सोमवार को इस यात्रा की तैयारियों पर चर्चा हुई. पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों ने इस पर अपने-अपने विचार रखे. गुजरात के विकास रथ जवाब में कांग्रेस नेताओं ने परिवर्तन यात्रा के लिए हिमाचल प्रदेश के प्रचार वाहन का उपयोग करने का निर्णय लिया है.
इस रथ में हाल ही में हिमाचल प्रदेश के नेता वीरभद्र सिंह ने प्रदेश के चुनाव प्रचार में निकले थे और वहां कांग्रेस की सरकार बनवाई. कांग्रेस के नेता इस रथ को अपने लिए शुभ मान रहे हैं और एआईसीसी ने रथ को परिवर्तन यात्रा के लिए प्रदेश कांग्रेस को देने पर सहमति दे दी है. यह प्रचार वाहन एक-दो दिनों में राजधानी पहुंचेगा.
कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा होली के बाद निकलेगी. इसके लिए तिथि अभी तय नहीं की गई है. माना जा रहा है कि अप्रैल के पहले हफ्ते में यह यात्रा निकल सकती है. कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की शुरूआत सरगुजा संभाग से होगी और पार्टी ने सभी 90 विधानसभा में कम से कम एक कार्यक्रम करने की योजना तैयार की है.
इसके लिए पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी. कांग्रेस अपनी यात्रा में सरकार के खिलाफ की वादाखिलाफी को प्रमुखता से उठाने की तैयारी है. इस दौरान राष्ट्रीय नेताओं की सभा भी होगी. परिवर्तन यात्रा मई के आखिरी तक चल सकती है. कुल मिलाकर दोनों यात्राओं से प्रदेश का राजनीतिक माहौल गरमाएगा.