छत्तीसगढ़ में अफसर, नेताओं पर ED का छापा
रायपुर | संवाददाता: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने छत्तीसगढ़ में कई कोयला और शराब व्यापारियों, अधिकारियों, सीए और कारोबारियों के यहां छापा मारा है. इस छापामारी की चर्चा दो दिन से चल रही थी.
सूत्रों के अनुसार आज रायपुर, रायगढ़, दुर्ग, महासमुंद और बिलासपुर में केंद्रीय सुरक्षाबल के जवानों के साथ ईडी के अधिकारियों ने तड़के छापामारी की यह कार्रवाई की.
जिन अफसरों और नेताओं के घर छापामारी की गई है, उनका संबंध कोयला और शराब से रहा है.
इन लोगों के घर-दफ्तर में छापामारी की कार्रवाई की गई है, उनमें रायगढ़ ज़िले की कलेक्टर रानू साहु, उनके आईएएस पति जेपी मौर्य, आईएएस अधिकारी समीर बिश्नोई, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया, व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, कांग्रेस नेता अग्नि चंद्राकर शामिल हैं.
हालांकि रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहु रायगढ़ में नहीं हैं. ऐसे में उनके सरकारी मकान को ईडी ने सील कर दिया है.
कहा जा रहा है कि 2020 में आयकर विभाग की छापामारी से जो इनपुट्स मिले थे, उसी को आधार बना कर अब तक कार्रवाई जारी है.
हालांकि भूपेश बघेल की सरकार में आयकर विभाग और ED की छापामारी की कार्रवाई नई नहीं है.
ED ने इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है.
ED सुप्रीम कोर्ट में दायर इस याचिका को काफी महत्वपूर्ण बताती रही है लेकिन पिछले साल से अब तक यह याचिका महज तारीख पर तारीख, के दौर से गुजर रही है.
हालत ये हुई है कि न्यायपालिका और छत्तीसगढ़ के शीर्ष राजनेताओं के कथित सांठगांठ से अपराधियों को बचाने के आरोप वाली यह याचिका, देश के मुख्य न्यायाधीश की अदालत में जब आई तो याचिकाकर्ता की ओर से दलील देने वाले तुषार मेहता की अनुपस्थिति के कारण मामले को आगे बढ़ाना पड़ा.
मंगलवार को ईडी की छापामारी ऐसे समय में हुई है, जब इस याचिका की सुनवाई बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में होनी है.