पानी बचाना है? शाकाहारी बनिए
लंदन | एजेंसी: अगर आप मांस खाना कम कर दें, तो दुनिया भर के शुष्क क्षेत्रों में मौजूद जल संसाधनों की रक्षा होगी. आपको यह बात भले ही अजीब लगे, लेकिन शोधकर्ताओं का ऐसा ही मानना है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, पशु उत्पादों के सेवन में कमी से उन क्षेत्रों पर बेहद महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, जहां पानी की कमी होती है. क्योंकि किसी भी कृषि उत्पाद की तुलना में पशुओं की वृद्धि के लिए ज्यादा पानी की जरूरत होती है.
यदि हम अपने आहार में पशु उत्पादों की कमी कर दें, तो बारिश के पानी के खपत में 21 फीसदी की कमी आएगी, जबकि सिंचाई जल के खपत में 14 फीसदी तक की कमी आ जाएगी.
दूसरे शब्दों में, अगर ऐसा हो, तो अतिरिक्त 1.8 अरब लोगों के खाने की उचित आपूर्ति का इंतजाम करना संभव है, वह भी बिना शाकाहारी बने.
फिनलैंड स्थित आल्टो विश्वविद्यालय के मीका जलावा ने कहा, “आहार में बदलाव के साथ अन्य उपायों जैसे भोजन की बर्बादी आदि कम करके हम भविष्य में भोजन सुरक्षा की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं.”
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 2050 तक वैश्विक आबादी नौ अरब के आंकड़े को पार कर जाने की संभावना है. साथ ही यह भी कहा गया कि उस वक्त करीब दो अरब लोगों के भोजन की व्यवस्था करनी पड़ेगी.