राष्ट्र

पुष्कर पीएम पर पूर्व बयान से पलटे डॉ. गुप्ता

नई दिल्ली | एजेंसी: गुरुवार को एम्स के फोरेंसिक विभाग के डॉ. सुधीर गुप्ता, सुनंदा पुष्कर के पोस्टमार्टम पर दिये अपने बयान के उलट बात कही है. उन्होंने अपने निवास स्थान के बाहर संवाददाताओं से कहा कि सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट चिकित्सा के सिद्धांतों और नैतिकता पर आधारित थी. गौरतलब है कि बुधवार को उन्होमंने कहा था कि उन पर सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदलने के लिये दबाव था.

गुप्ता ने यहां अपने आवास के बाहर संवाददाताओं को बताया, “मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि न केवल सुनंदा पुष्कर की बल्कि मेरे द्वारा तैयार हर एक पोस्टमार्ट रिपोर्ट चिकित्सा के सिद्धांतों और नैतिकता पर आधारित है.”

गौरतलब है कि कांग्रेस के सांसद तथा पूर्व मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर बीती 17 जनवरी को दक्षिण दिल्ली के एक पांच सितारा होटल के कमरे में संदिग्ध अवस्था में मृत पाई गईं थीं. उसी समय से यह सवाल उठते रहें हैं कि सुनंदा की मौत कैसे हुई है.

पुष्कर के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा, “केवल इस मामले में नहीं, बल्कि हर मामले में मैंने सभी रिपोर्ट कानून और नैतिकता के आधार पर तैयार की है.”

गुप्ता ने इससे पूर्व कहा था कि पुष्कर की मौत को स्वभाविक बताने के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा उन पर दबाव डाला गया था.

दिल्ली पुलिस ने पुष्कर की मौत के कुछ दिनों बाद मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया था. थरूर और पुष्कर की शादी को तीन साल से कुछ अधिक समय हुए थे और कानून के तहत विवाह के तीन साल के अंदर किसी विवाहित महिला की मौत को संदिग्ध माना जाता है. इनमें दहेज हत्या का मामला होने का संदेह हो रहता है.

हालांकि, सुनंदा के मौत के वक्त उनके परिवार के लोगों ने कहा था कि उन्हें शशि थरूर पर शक करने की कोई बजह नहीं है. लोकसभा चुनाव के समय से ठंडे पड़े इस सुनंदा पुष्कर के आत्महत्या को लेकर चर्चाओं का बाजार ठंडा था. इसके बाद सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. सुधीर गुप्ता के बयान के बाद से राजनीतिक भूचाल आ गया है.

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