छत्तीसगढ़ सरकार बांट रही दीनदयाल उपाध्याय ग्रंथावली
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार अब पंचायतों को जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी पढ़ाने जा रही है.राज्य के लगभग 10 हज़ार 900 से पंचायतों में सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 15 खंडों में प्रकाशित जीवनी भेज रही है. भाजपा नेताओं ने कहा है कि सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है और इस जीवनी के पंचायत स्तर पर पहुंचने से लोगों को इतिहास की असली जानकारी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बारे में जानने का अवसर मिलेगा.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 15 खंडों में प्रकाशित इस किताब के प्रत्येक सेट की कीमत छह हज़ार रुपये हैं. किताब के लेखक राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद महेश शर्मा हैं. किताब का विमोचन पिछले साल अक्टूबर में किया गया था.
यह किताब राजस्थान के 13659 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय की पुस्तकालयों में पहले ही शामिल की जा चुकी है. अब छत्तीसगढ़ सरकार इसे पंचायतों के पुस्तकालय में शामिल कर रही है.
छत्तीसगढ़ में पंचायत विभाग के अनुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी के संबंध में राज्य की सभी पंचायतों को आदेश जारी कर दिया गया है. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव पीसी मिश्रा के अनुसार विभाग ने किताबों की खरीदी कर ली है और कुछ इलाकों में किताबें बांटने का काम शुरु भी कर दिया गया है.