बस्तर में ज्यां द्रेज पर हमले की निंदा
नई दिल्ली | एजेंसी: दिग्विजय सिंह ने ज्यां द्रेज पर छत्तीसगढ़ के बस्तर में हुए हमले की निंदा की है. प्रसिद्ध अर्थशास्त्री द्रेज को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने कथित तौर पर बस्तर छोड़ने के लिए मजबूर किया था. प्रदर्शनकारियों ने ज्यां और उनकी साथी बेला भाटिया को ‘नक्सली’ करार दिया था. दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा, “मैं ज्यां द्रेज पर हमले की निंदा करता हूं, जिन्हें मैं पिछले 15 सालों से जानता हूं. वह भारत के सामाजिक आर्थिक मुद्दों को हमसे बेहतर समझते हैं.”
I condemn attack on Jean Dreze whom I have known for more than 15 yrs. He understands Socio Economic Issues of India better than most of us.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 29 मार्च 2016
बेल्जियम में जन्मे द्रेज और उनकी साथी बेला भाटिया को कथित तौर पर दो दिन पहले बस्तर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था. भाटिया के घर के बाहर प्रदर्शन हुआ और उन्हें नक्सली दलाल करार दिया गया.
समाज विज्ञानी भाटिया, जगदलपुर के बाहरी इलाके में पारपा गांव में रहती थीं.
द्रेज ने केचन्यूज द्वारा प्रकाशित एक पत्र में इस बात का विवरण बताया है कि कैसे उनके और उनकी साथी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया, और चार दशकों में पहली बार उन्हें विदेशी महसूस कराया गया.
उन्होंने लिखा कि कुछ लोगों ने किस तरह उन्हें और भाटिया को प्रताड़ित किया.
द्रेज को बस्तर छोड़ने पर मजबूर किए जाने को लेकर कई लोगों ने चिंता व्यक्त की है.