एक्शन-ड्रामा-इमोशन के बावजूद फीकी है ‘जिगरा’
मुंबई| डेस्कः आलिया भट्ट और वेदांग रैना की फिल्म ‘जिगरा’ सिनेमा घरों में रिलीज हो चुकी है. ये फिल्म आलिया के लिए बहुत खास है, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ इसमें अभिनय किया है, बल्कि इस फिल्म को प्रोड्यूस भी किया है.
लेकिन अपने भाई को छुड़ाने के लिए पूरी दुनिया से लड़ जाने वाली इस बहन की कहानी आखिर तक दर्शकों को बांधे रखने में पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पाई है.
फिल्म में भरपूर मसाला भरने की कोशिश की गई है. इमोशंस, एक्शन और ड्रामा सब कुछ डाला गया है, इसके बाद भी फिल्म फीकी है.
फिल्म में आलिया भट्ट और वेदांग रैना ने जरूर बेहतर अभिनय किया है. दोनों के अभिनय को दर्शक पसंद कर रहे हैं.
आलिया ने एक बार फिर साबित किया है कि वह हर किरदार को आसानी से निभा सकती हैं.
वहीं विवेक गोम्बर फिल्म में निगेटिव किरदार में नजर आए हैं. लेकिन फिल्म की कहानी सच्चाई से काफी दूर है.
अपनों के लिए कुछ करने के जुनून में जेल ब्रेक असल जिंदगी में मुमकिन नहीं है.
फिल्म को देखने में वो मजा नहीं आता, जिसकी उम्मीद ट्रेलर देखने के बाद लगाई जा रही थी.
फिल्म की शुरूआत शानदार होती है. इसके बाद कहानी को खींचने के चक्कर में फिल्म की रफ्तार काफी धीमी पड़ जाती है.
बीच-बीच में जरुर कुछ अच्छे सीन आते हैं, साथ ही यह एहसास होता रहता है कि आगे क्या होने वाला है.
विवादों में रही हैं फिल्म
फिल्म जिगरा रिलीज से पहले विवादों में रही है. फिल्म कानूनी पचड़े में फंस गई थी.
आलिया भट्ट की इस फिल्म पर टाइटल चुराने का आरोप लगा था.
दरअसल राजस्थान के एक शख्स ने मेकर्स पर ट्रेडमार्क एक्ट के तहत टाइटल चुराने का आरोप लगाया था.
उन्होंने इसके लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और केस दर्ज कर कोर्ट से फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी.
जोधपुर की कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने का आदेश दे दिया था.
इसके बाद बाम्बे हाईकोर्ट ने जोधपुर कोर्ट के आदेश को खारिज करते हुए फिल्म को रिलीज करने का आदेश दिया.
इसके बाद फिल्म को 11 अक्टूबर को रिलीज कर दिया गया.