छत्तीसगढ़ में ‘देवभोग’ के दाम बढ़े
रायपुर | संवाददाता: देवभोग के दूध के दाम 2-3 रुपये प्रति लीटर बढ़े. इसी के साथ छत्तीसगढ़ में दूध से बनने वाले दूसरे उत्पादों घी, खोवा, श्रीखंड और दही का दाम भी करीब 33 फीसदू तक बढ़ा दिया गया है. इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने रविवार को कहा कि महंगाई बढ़ने के कारण इसमें वृद्धि की गई है. वहीं छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि दूध के दाम बढ़ाये जाने से किसानों को ज्यादा मूल्य मिलेंगे.
गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से छत्तीसगढ़ में केन्द्र सरकार द्वारा रेल के किरायों में वृद्धि किये जाने का राजनीतिक दल विरोध कर रहें हैं. इसी बीच छत्तीसगढ़ के देवभोग के दूध के दाम प्रति आधा लीटर को 19 रुपयों से बढ़ाकर 20.50 रुपये कर दिया गया है. वहीं, आधा लीटर टोंड मिल्क के दाम 17 रुपये से बढ़कर 18 रुपये कर दिया गया है. इसी तरह से 18 रुपये में मिलने वाला 200 मिलीलीटर मीठा दूध अब 20 रुपयों में मिला करेगा.
इसी तरह छत्तीसगढ़ में दूध के साथ ही दूध से बनने वाले अन्य उत्पाद 100 मिलीलीटर वाले श्रीखंड का दाम 15 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है. आधा किलो का खोवा अब 120 रुपये से बढ़कर 150 रुपये का हो गया है. 15 रुपयों में मिलने वाली 200 मिलीलीटर की लस्सी का दाम अब 20 रुपये हो गया है. 50 रुपयो में मिलने वाला 200 ग्राम पनीर का दाम 55 रुपये तथा 7 रुपयों में मिलने वाला 200 मिलीलीटर का मठा अब 8 रुपयों में मिला करेगा.
गौरतलब है कि ‘देवभोग’ छत्तीसगढ़ दुग्ध संघ का उत्पाद है जो मध्यप्रदेश के जमाने में ‘सांची’ के नाम से बेचा जाता था. लोकसभा चुनाव के समय “अच्छे दिन आने वाले हैं” का उदघोष सुनने वाली छत्तीसगढ़ की जनता के लिये अब चौंकने की बारी है. अब उन्हें सरकार दूध तथा उससे बनने वाले उत्पादों के दाम ज्यादा चुकाने पड़ेंगे. इससे गरीब तथा मध्यम वर्ग पर खास असर पड़ेंगा. जाहिर है कि इसके बाद घर-घर दूध देने वाले छोटे दूधवाले भी दाम बड़ाने से गुरेज नहीं करेंगे.