दिल्ली भाजपा, मोदी नाम केवलम
नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: भाजपा दिल्ली विधानसभा का चुनाव मोदी के नाम पर लड़ने जा रही है. अब जब चुनाव की रणभेरी बजने वाली है भाजपा नेता प्रभात झा ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद होगा. जाहिर है कि हाल ही में हरियाणा तथा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तर्ज पर मुख्यमंत्री का फैसला परिणाम आने के बाद तय किया जायेगा. इससे इस बात के भी संकेत मिलते हैं कि भाजपा दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को आगे करके चुनाव लड़ने जा रही है.
वहीं, आप नेता मनीष सिसोदिया ने तंज कसा है कि दिल्ली के लिये भाजपा के पास कौन सा चेहरा है. उन्होंने जगदीश मुखी का नाम उछाला. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष लवली ने आम आदमी पार्टी के प्रभाव को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि चुनाव भाजपा तथा कांग्रेस के बीच होने जा रहें हैं. वैसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी को छोड़कर भाजपा तथा कांग्रेस के पास मुख्यमंत्री प्रजेक्ट करने के लिये कई नाम हैं.
वर्ष 2013 में नरेन्द्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बाद दिसंबर 2013 में हुए चार राज्यों के चुनाव में से भाजपा ने छत्तीसगढ़ में रमनसिंह, राजस्थान में वसुंघरा राजे तथा दिल्ली में डॉ. हर्षवर्धन को मुख्यमंत्री का दावेदार बनाकर चुनाव लड़ा था. छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में पार्टी ने सत्ता हासिल की तो रमन सिंह तथा वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई. दिल्ली में भाजपा सत्ता से दूर रह गई तथा वहां डॉ. हर्षवर्धन को विपक्ष का नेता बनाया. अब वे केन्द्र में स्वास्थ्य मंत्री हैं.
हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के बाद महाराष्ट्र में देवेन्द्र फड़णवीस तथा हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया है. जम्मू-कश्मीर तथा झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिये भी पार्टी मुख्यमंत्री का नाम पहले से घोषित कर नहीं कर रहीं है.
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी के नाम से भाजपा को मिली ऐतिहासिक सफलता के बाद पार्टी में केन्द्रीयतावाद जोरो पर है. इसी कारण से हरियाणा तथा महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार पहले से घोषित नहीं किया गया तथा प्रधानमंत्री मोदी ने धुंआधार चुनाव प्रकार करके पार्टी को जिताया. इससे जाहिर होता है कि भाजपा की रणनीति में वर्ष 2014 में बदलाव आया है तथा पार्टी मोदी के भरोसे पर राज्यों में किला फतह करना चाहती है.
दिल्ली विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री का दावेदार बना चुनाव लड़ने जा रही है. वहीं, भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी पार्टी के स्टार प्रचारक होंगे. उल्लेखनीय है कि दिल्ली की विधानसभाएं, गली-मुहल्लों में बंटी हुई है. दिल्ली की स्थिति हरियाणा तथा महाराष्ट्र से दिगर है. ऐसे में देश का प्रधानमंत्री किस तरह से चुनाव प्रचार करते हैं यह देखने वाली बात होगी. दिल्ली विधानसभा के चुनाव प्रचार में आप की ओर से अरविंद केजरीवाल तथा भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री मोदी चुनावी रण में उतरेंगे. इस प्रकार से चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री के बीच होने जैसा है.