केजरीवाल बिना विभाग के मंत्री!
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग या मंत्रीलय नहीं रखा है. अरविंद केजरीवाल सभी मंत्रियों तथा विधायकों के काम-काज पर नजर रखेंगे. मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में सबसे शक्तिशाली मंत्री बन कर उभरे हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा जनता से किये वादों को पूरा किया जायेगा. दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार को केजरीवाल सरकार ने शपथ लिया. दिल्ली में आप की सरकार ने कार्यभार संभालने के बाद शनिवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएगी, महंगाई पर नियंत्रण रखेगी और बिजली-पानी की अबाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगी. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को घोषणा की कि देश में ऐसा पहली बार होगा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पास कोई विभाग नहीं रखेंगे, लेकिन सभी मंत्रियों के कार्यो पर नजर रखेंगे.
सिसोदिया के जिम्मे सर्वाधिक विभाग हैं. वित्त व बिजली विभाग भी उन्हीं के पास रहेंगे, जो पिछली सरकार में मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास थे.
रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण के बाद सचिवालय पहुंचे सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, “लोगों की यथासंभव बेहतर ढंग से सेवा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.”
लंबे अरसे से केजरीवाल के करीबी सहयोगी सिसोदिया के जिम्मे वित्त व योजना, सेवा, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा, प्रशासनिक सुधार, शहरी विकास, राजस्व, भूमि व भवन सतर्कता सहित अन्य सभी मंत्रालय हैं, जो किसी और को नहीं दिया गया है.
सिसोदिया ने कहा, “केजरीवाल अपने पास कोई विभाग नहीं रखेंगे. आधुनिक तकनीक की मदद से वह तमाम मंत्रालयों के कार्यो पर नजर रखेंगे. वह प्रशासन तंत्र में बदलाव लाने का प्रयास करेंगे.
सिसोदिया ने कहा, “केजरीवाल लोगों से जुड़ेंगे. वह लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं से रूबरू होंगे और अपने सभी विधायकों के कामकाज पर भी नजर रखेंगे.”
सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री होंगे. उन्हें उद्योग, सिंचाई व खाद्य नियंत्रण तथा लोक निर्माण विभाग का प्रभार भी दिया गया है.
वहीं गोपाल राय रोजगार, विकास, श्रम व परिवहन विभाग देखेंगे.
जितेंद्र सिंह तोमर को कानून व न्याय, पर्यटन, कला-संस्कृति तथा गृह विभाग का जिम्मा दिया गया है.
आसिम अहमद खान खाद्य आपूर्ति, पर्यावरण व वन तथा निर्वाचन विभाग देखेंगे.
संदीप कुमार महिला बाल कल्याण, सामाजिक कल्याण, भाषा व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति विभाग देखेंगे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पास कोई मंत्रालय या विभाग अलग से नहीं रखा है वे बतौर मुख्यमंत्री सभी विभागों के काम-काज पर नजर रखेंगे.