नाबालिगों से रेप की घटनाओं में बढ़ोत्तरी
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: दिल्ली समेत देश के अधिकांश हिस्सों में नाबालिगों के साथ सबसे ज्यादा बलात्कार किये जाते हैं. इसके अलावा अधिकतर घटनाएं घरों के अंदर हुए तथा उनमें दोस्तों या जान-पहचान के लोगों की संलिप्तता पाई गई.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के ताजा आंकड़े बेहद डराने वाले हैं. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक़, देश में हर रोज़ 93 महिलाओं से रेप होता है. आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2012 में जहां रेप के 24,923 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं वर्ष 2013 में यह संख्या बढ़कर 33,707 हो गई.
दिल्ली में निर्भया कांड के बाद राजधानी में महिला अपराधों के खिलाफ चले लंबे आंदोलन के बावजूद यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. राष्ट्रीय राजधानी में वर्ष 2012 में दुष्कर्म की दर्ज कुल 585 मामलों की तुलना में वर्ष 2013 में यह आंकड़ा 1,441 हो गया.
वहीँ, एनसीआरबी के आकड़ों ने यूपी में महिला सुरक्षा के दावों की भी हवा निकाल दी है. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में यूपी देशभर में दूसरे नंबर पर है. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक़, महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में आंध्र प्रदेश पहले नंबर पर है.
रिपोर्ट के मुताबिक पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में से 10.51 फीसदी अपराध अकेले यूपी में होते हैं. महिला मुख्यमंत्री वाला प्रदेश पश्चिम बंगाल इस मामले में तीसरे नंबर पर है. महिला के खिलाफ अपराध में दूसरे स्थान पर रहने वाले यूपी ने दहेज हत्या में सबको पीछे छोड़ दिया है. देश में दहेज के लिए सबसे ज्यादा बेटियां यूपी में मारी जाती हैं. देश भर में होने वाली दहेज हत्याओं के 28.89 फीसदी केस यूपी के हैं.
दहेज हत्या के मामले में देश के प्रमुख शहरों में लखनऊ पांचवें नंबर पर है. रेप के हाल में उजागर हुए मामलों से दुनियाभर में शर्मिंदगी झेलने वाली यूपी सरकार को आंकड़ों में थोड़ी राहत मिल सकती है. रेप के सबसे ज्यादा मामले बीजेपी शासित राज्यों के हैं. इनमें मध्यप्रदेश पहले और राजस्थान दूसरे स्थान पर है. 2013 में मध्य प्रदेश में रेप के 4335 मामले सामने आए, जबकि राजस्थान में 3285 केस दर्ज किए गए. इस सूची में महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है तो उत्तर प्रदेश चौथे पर.