विटामिन ‘डी’ की कमी खतरनाक
वाशिंगटन | समाचार डेस्क: गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘डी’ की कमी वाली महिलाओं की संतान में वयस्कता के दौरान मल्टीपल स्केलेरोसिस रोग होने का अधिक खतरा होता है. एक नए अध्ययन ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. दरअसल में यह रोग केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र में होता है जिससे शरीर अक्षम हो जाता है.
मल्टीपल स्क्लेरोसिस केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की बीमारी है, जो मांसपेशी नियंत्रण और शक्ति, दृष्टि, संतुलन, भावना, और सोच की समस्याएं पैदा करती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि दुनिया में लगभग 25 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं.
हावर्ड यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों का कहना है कि विटामिन ‘डी’ का ऊच्च स्तर वयस्कता में मल्टीपल स्क्लेरोसिस के कम जोखिम से संबंधित है. पहले हुए अध्ययनों से भी साबित हुआ है कि गर्भाशय में विटामिन ‘डी’ के आवरण की कमी व्यस्कता में एमएस के जोखिम को बढ़ाती है.
हावर्ड के टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ से इस अध्ययन के नेतृत्वकर्ता कासांद्रा मुंगर ने बताया, “हमारा शोध बताता है कि गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘डी’ की कमी संतान में मल्टीपल स्क्लेरोसिस के जोखिम को बढ़ाती है.”
यह अध्ययन हालांकि इस बात की जानकारी नहीं देता है कि गर्भावस्था की शुरुआत में विटामिन ‘डी’ की अनुपूरक खुराक एमएस को जोखिम को कम कर सकती है.
यह शोध ‘जेएएमए न्यूरोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.