छत्तीसगढ़ में विष्णु का सुशासन नहीं, जंगल राज- दीपक बैज
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष दीपक बैज ने शनिवार के छत्तीसगढ़ बंद को सफल बताया. उन्होंने कहा कि राजधानी समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में स्वस्फूर्त बंद रहा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि राज्य में निर्दोष लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो रही है.
उन्होंने कहा कि आज सरकार के ख़िलाफ सीधा-सीधा जनता का आक्रोश दिखाई दिया.
दीपक बैज ने कहा कि नौ महीने के भाजपा सरकार में छत्तीसगढ़ की जनता अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है. अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. घटनाएं नहीं रुक रही हैं. पुलिस प्रशासन निर्दोष लोगों को गिरफ़्तार कर जेल भेज रही है, लोगों को प्रताड़ित कर रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार स्वंय इस बात को स्वीकार कर रही है. राज्य सरकार ने कलेक्टर और एसपी को हटाने के लिए जारी पत्र में खुद निर्दोष लोगों की गिरफ़्तारी को कारण बताया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कबीरधाम ज़िले में साहू समाज के तीन बेटों की मृत्यु हुई. सरकार इस पर लीपापोती करने की कोशिश में थी. शासन-प्रशासन ने मिलकर जिस तरह से प्रशांत साहू की थाने में हत्या की, इसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम है. अगर सरकार ही दोषियों को सज़ा देने में लग जाए, फिर न्यायालय का क्या काम है?
दीपक बैज ने कहा कि पुलिस प्रशासन का काम कानून व्यवस्था को बना कर रखना है. लेकिन अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए निर्दोष लोगों की गिरफ़्तारी, निर्दोष लोगों को लाठी-डंडा से मारना, यह कहां का न्याय है? क्या यह विष्णु सरकार का सुशासन है? उन्होंने कहा कि यहां सुशासन नहीं, बल्कि जंगल राज चल रहा है, गुंडा राज चल रहा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के दबाव में प्रशासन ने खानापूर्ति के लिए कार्रवाई की है. उन्होंने सरकार से पूछा कि ज़िम्मेवार अधिकारियों के निलंबन या उनके तबादले से क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा? कोरबा में, बलौदाबाज़ार में एसपी कलेक्टर को हटाया गया था. सीएम ने खुद एसपी कलेक्टर की कांफ्रेंस की थी. फिर भी अगर कानून व्यवस्था नहीं सुधरी तो गृहमंत्री को हटा देना चाहिए.