सीआरपीएफ जवान ने 4 साथियों को मार डाला
रायपुर | संवाददाता: पुलिस ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले में सीआरपीएफ के चार जवान अपने ही साथी की गोलीबारी में मारे गये हैं. यह घटना सोमवार के तड़के तीन बजे की बताई जा रही है.
पुलिस के अनुसार मराईगुड़ा थाना के लिंगमपल्ली स्थित सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन के बेस कैंप में एक जवान, बिहार के जहानाबाद के रहने वाले रितेश रंजन का अपने साथियों के साथ विवाद हुआ था.
कुछ समय पहले ही विवाद की स्थिति के बाद रितेश रंजन का हथियार उनसे ले कर जमा करा लिया गया था.
ख़बर है कि सोमवार के तड़के उन्होंने किसी दूसरे सहयोगी का हथियार ले कर सो रहे साथियों पर गोलीबारी शुरु कर दी.
इस घटना में दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
इस गोलीबारी में तीन जवान घायल हुए हैं, जिन्हें आरंभिक इलाज के लिए तेलंगाना के भद्राचलम में भर्ती किया गया था. बाद में इन जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजे जाने की ख़बर है.
सुकमा जिले के मरईगुड़ा लिङ्गलपल्ली सीआरपीएफ कैम्प में एक जवान द्वारा फायरिंग की घटना में 4 जवानों की मृत्यु की घटना बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यजनक है।
पुलिस अधिकारियों से कहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 8, 2021
ज़िले के एसपी सुनील शर्मा का कहना है कि आरंभिक तौर पर जो सूचना मिली है, उसके अनुसार गोलीबारी का आरोपी जवान रितेश रंजन तनाव में था. रितेश की अपने साथियों के साथ एक दो दिन पहले भी बहस हुई थी.
एसपी ने कहा कि आरोपी जवान का आरोप है कि उसके साथी उसके साथ टोका टाकी करते थे और चिढ़ाते थे. एसपी सुनील शर्मा का कहना है कि फिलहाल हमारा सारा ध्यान घायल जवानों के इलाज की ओर है.
उन्होंने कहा कि इस घटना में घायल तीन जवानों को आरंभिक उपचार के लिए तेलंगाना के भद्राचलम स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था, जिन्हें अब रायपुर रेफर किया जा रहा है.
आरोपी जवान रितेश को हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है.
इस घटना में धनजी, राजीव मंडल, राजमणि कुमार यादव और धर्मेंद्र कुमार की मौत हुई है, जबकि तीन जवान धनंजय कुमार सिंह, धर्मात्मा कुमार और मलय रंजन माहाराणा गंभीर रुप से घायल हुए हैं.
पहले भी हुई है ऐसी घटनाएं
जून 2019 में बीजापुर जिले में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के शिविर में गोलीबारी के दौरान दो जवानों की मौत हो गई थी.
इसी तरह दिसंबर 2019 में नारायणपुर जिले में जवानों के बीच हुई गोलीबारी में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के छह जवानों की मौत हो गई थी.
2020 में नारायणपुर जिले में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के असिस्टेंट प्लाटून कमांडर ने विवाद के बाद अपने सहर्किमयों पर गोलीबारी की थी, जिसमें दो जवान मारे गए थे.
जनवरी 2021 में बस्तर जिले में सीआरपीएफ के जवानों के बीच हुई गोलीबारी में एक जवान की मौत हो गई थी तथा एक अन्य घायल हो गया था.