दूसरे वनडे में भारत ने रचा इतिहास
जयपुर | एजेंसी: भारतीय क्रिकेट टीम ने बुधवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में इतिहास रचते हुए अब तक के अपने सबसे बड़े लक्ष्य (359 रन) को सफलातपूर्वक हासिल करने का कीर्तिमान बना डाला.
प्लेअर ऑफ द मैच रोहित शर्मा (नाबाद 141) और विराट कोहली (नाबाद 100) की आतिशी शतकीय पारियों एवं सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (95) के शानदार अर्धशतक की बदौलत आस्ट्रेलिया से मिले 360 रनों के विशाल लक्ष्य को भारतीय टीम ने एक विकेट पर 43.2 ओवरों में 39 गेंद शेष रहते पूरा कर लिया.
इससे पहले भारत ने 18 मार्च 2012 को मीरपुर में पाकिस्तान के खिलाफ 329 रनों के लक्ष्य को दो विकेट पर 330 रन बनाकर सफलतापूर्वक हासिल किया था.
विश्व क्रिकेट इतिहास में भी किसी टीम द्वारा हासिल किया गया यह दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 438 रन बनाकर 12 मार्च, 2006 को आस्ट्रेलिया से मिले 434 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया था.
भारतीय बल्लेबाज पूरे मैच के दौरान आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हावी रहे, और रिकॉर्डो की झड़ी लगा दी. कोहली द्वारा इस मैच में बनाया गया शतक किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे तेज शतक बन गया. कोहली ने 52 गेंदों में शतक लगाया, जिसमें जिसमें आठ चौके एवं सात छक्के शामिल हैं.
भारतीय टीम का एकमात्र विकेट सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (95) के रूप में गिरा. धवन 176 के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए. धवन ने 86 गेंदों पर 14 चौके लगाए.
भारत के लिए विजयी रन जुटाने वाले रोहित शर्मा (नाबाद 141) ने भी बेहतरीन शतकीय पारी खेली. सलामी बल्लेबाज के रूप में रोहित का यह पहला शतक है, और कुल मिलाकर उनके करियर का तीसरा शतक. रोहित ने 102 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और कुल 123 गेंदों की पारी में 17 चौके तथा चार छक्के लगाए.
रोहित और कोहली ने दूसरे विकेट के लिए 186 रनों की नाबाद साझेदारी कर भारत को अभूतपूर्व जीत दिलाई.
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेहमान टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट पर 359 रन बनाए. भारतीय गेंदबाज बल्लेबाजों के लिए मददगार इस विकेट पर पूरी तरह नाकाम साबित हुए क्योंकि उन्हें सिर्फ तीन विकेट मिले. आस्ट्रेलिया के दो बल्लेबाज रन आउट हुए.
कप्तान जार्ज बैले (नाबाद 92) के अलावा एरॉन फिंच (50), फिलिप ह्यूज (83), शेन वॉटसन (59), और ग्लेन मैक्सवेल (53) ने शानदार अर्धशतक लगाए. इस बड़े स्कोर के दौरान मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने हर विकेट के लिए बड़ी साझेदारियां निभाईं.
सबसे पहले ऐरॉन फिंच 74 के कुल योग पर रन आउट हुए. फिंच ने अपनी 53 गेंदों की पारी में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाए. इसके बाद वॉटसन का विकेट 182 के कुल योग पर गिरा. वॉटसन ने 53 गेंदों पर छह चौके और तीन छक्के उड़ाए.
ह्यूज शतक की ओर बढ़ते दिख रहे थे लेकिन 212 के कुल योग पर रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें विकेट के पीछे कैच करा दिया. ह्यूज ने 103 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्का लगाया. इसके बाद कप्तान और मैक्सवेल ने स्कोर को 300 के पार पहुंचाया. मैक्सवेल का विकेट 308 के कुल योग पर गिरा. मैक्सवेल ने 32 गेंदों की तेज पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया.
बैले ने मैक्सवेल की विदाई के बाद वोग्स के साथ पारी को आगे बढ़ाया और स्कोर को 347 रनों तक पहुंचा दिया. बैले ने 50 गेंदों की अपनी तेज पारी में आठ चौके और पांच छक्के लगाए. वोग्स ने आठ गेंदों पर एक छक्का लगाया. भारत की ओर से विनय कुमार ने दो विकेट लिए जबकि अश्विन को एक सफलता मिली.
इस जीत के साथ ही भारत सात मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी पर आ गया है. आस्ट्रेलियाई ने पुणे में खेले गए पहले मुकाबले में 72 रनों से जीत हासिल की थी.