गोबर से नहीं बन रहा हीरा या सोना
नई दिल्ली | संवाददाता: गोबर से हीरा या सोना और गौमूत्र से कैंसर की दवा देश में नहीं बन रही है. यह बात भारत सरकार ने स्वीकार किया है. राज्यसभा में पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह बात सामने आई. सरकार ने माना है कि गोबर या गौमूत्र पर कोई अनुसंधान पिछले पांच सालों में कभी नहीं हुआ है.
भाजपा के तेजतर्रार नेता संबित पात्रा ने तीन साल पहले कहा था कि गाय का गोबर कोहिनूर से ज्यादा महंगा होता है. उन्होंने बीफ को लेकर एक बहस में सुप्रीम कोर्ट का हवाला दे कर यह दावा किया था.
संबित पात्रा ने कहा था-“बीफ बैन का सवाल है तो जहां-जहां भाजपा की सरकार होगी वहां बीफ बैन किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट का भी कहना है कि एक गाय का गोबर कोहिनूर हीरे से भी ज्यादा महंगा होता है.”
संबित पात्रा अपने इस बयान के बाद चर्चा में आ गये थे और उनके समर्थन में उतरे लोगों ने गाय के गोबर से सोना बनाने से लेकर गौमूत्र से कैंसर तक के इलाज का दावा शुरु कर दिया था.
लेकिन भाजपा के बड़े चिंतक कहे जाने वाले डॉ. विनय पी सहस्त्रबुद्धे के एक सवाल के जवाब में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने माना कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और उसके अन्य संस्थानों के वैज्ञानिक गौ मूत्र या गोबर के औषधीय गुण पर कोई कार्य नहीं कर रहे हैं. मंत्री के अनुसार पिछले पांच साल में कभी भी इस तरह का कोई अनुसंधान नहीं हो रहा है.