कोवैक्सिन 77.8% तक कारगर
नई दिल्ली | डेस्क: कोरोना का टीका बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि उसने कोवैक्सिन के लिए अंतिम यानी तीसरे चरण के डेटा का विश्लेषण पूरा कर लिया है.
कंपनी ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन सिम्पटोमैटिक कोविड-19 मरीज़ों के ख़िलाफ़ 77.8% प्रभावी पाई गई है.
वहीं कंपनी का कहना है कि एसिम्पटोमैटिक यानी बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों के ख़िलाफ़ ये 63.6% असरदार है.
इसके अलावा गंभीर मरीजों के ख़िलाफ़ वैक्सीन 93.4 फीसदी कारगर है. कंपनी का दावा है कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के ख़िलाफ़ भी यह वैक्सीन 65.2 फीसदी प्रभावी है.
ये विश्लेषण कोरोना के 130 पुष्ट मामलों पर किया गया, जिनमें 24 को वैक्सीन ग्रुप में रखा गया था और 106 को प्लेसिबो दिया गया था.
ये दावे ऐसे समय में सामने आये हैं, जब भारत सरकार ने यूरोपीय संघ के देशों से अपील की है कि वो निजी तौर पर भारतीय कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड की डोज़ ले चुके लोगों को सरकार द्वारा मिले वैक्सीनेशन सर्टिफ़िकेट को स्वीकृति दें.
माना जा रहा है कि इस ग्रीन पास के ज़रिए यूरोपीय संघ के 27 देशों समेत आइसलैंड, नॉर्वे, स्विट्ज़रलैंड में यात्रा करना लोगों के लिए आसान हो जाएगा. उन्हें न तो किसी बाध्यकारी क्वारंटीन प्रक्रिया से गुज़रना होगा और न ही दूसरे देश पहुंचने पर टेस्टिंग करवानी होगी.