पदभार ग्रहण करते ही विवादों में घिरे गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में गौ सेवा आयोग के नये अध्यक्ष विशेषर पटेल, पदभार ग्रहण करने के साथ ही विवादों में घिर गए हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
गौरतलब है कि विशेषर पटेल को छत्तीसगढ़ सरकार ने गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है.
अभी हाल ही में राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय समेत मंत्रिमंडल के सदस्यों की मौजूदगी में उनका शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ था.
लेकिन इस शपथ ग्रहण से पहले उनके ख़िलाफ़ दर्ज एक आपराधिक प्रकरण को वापस लेने को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
हाल ही में राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ में मंत्रियों और विधायकों सहित लगभग 54 नेताओं पर दर्ज आपराधिक प्रकरण वापस लेने का निर्णय लिया है, जिसमें विशेषर पटेल का नाम भी शामिल है.
उन पर 2019 में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था. राज्य सरकार का कहना है कि यह राजनीतिक मामला था.
भूपेश बघेल ने खोला मोर्चा
विशेषर पटेल की नियुक्ति और उनके पिछले कार्यकाल में हुई गायों की मौत और एक डॉक्टर के साथ मारपीट के मामले में उनकी भूमिका को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक विडियो शेयर किया है, जिसमें विशेषर पटेल एक डॉक्टर की पिटाई करते नज़र आ रहे हैं. यह विडियो कवर्धा का है.
भाजपा का राजनैतिक कार्य करते छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल👇 https://t.co/1gNbuW5ATU pic.twitter.com/cPP590Araz
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 3, 2024
आरोप है कि 2019 में विशेषर पटेल अपने साथियों के साथ होली के दिन कवर्धा के एक अस्पताल में घुसे और डॉक्टर और स्टाफ़ के सदस्यों से मारपीट की, साथ में गाली गलौज और धमकी भी दी.
विशेषर पटेल पर भारतीय दंड विधान की धारा 294, 323, 506 बी, एट्रोसिटी एक्ट की धारा –3 (1) (10) एवं चिकित्सा सेवा तथा चिकित्सा सेवा अधिनियम 2010 की धारा 4,5 के तहत जुर्म दर्ज किया गया था.
मामला अभी अदालत में लंबित है.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल उठाया है कि अस्पताल में घुसकर डॉक्टर के साथ मारपीट कौन सा राजनीतिक कार्य था? वह भी अनुसूचित जाति के एक डॉक्टर के साथ?
इसके साथ ही उन्होंने तंज़ कसते हुए कहा है कि कवर्धा माननीय उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा का गृह ज़िला है, पर वहां एक विशुद्ध आपराधिक मामले को राजनीतिक गतिविधि बताने की छूट तो नहीं है ना!
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य शासन से आपराधिक प्रकरण को वापस लिए जाने के फ़ैसले को पलटने, जनता से माफ़ी माँगने और विशेषर पटेल को गौ आयोग के पद से तुरंत हटाने की मांग भी की है.
भूपेश बघेल का यह भी आरोप है कि विशेषर पटेल पहले भी गौ आयोग के अध्यक्ष रह चुके हैं और उन्हीं के कार्यकाल में बेमेतरा ज़िले में गौशाला में सैकड़ों गायों की हत्या की गई थी. जिसमे भाजपा के मंडल अध्यक्ष ने गौशाला में सैकड़ों गायों को गौ मांस, चमड़े और हड्डियों के लिए भूसे में दबाकर मार दिया था. उन्होंने विशेषर पटेल पर अनुदान की राशि हड़पने का आरोप भी लगाया है.