बंगाल कांग्रेस का विवादित ट्वीट
कोलकाता | समाचार डेस्क: बंगाल कांग्रेस के विवादित ट्वीट ने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है. ऐन पंजाब विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने राजीव गांधी के हवाले से उनका विवादित बयान ट्वीट कर दिया है जिससे पार्टी को पंजाब में नुकसान उठाना पड़ सकता है. पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई ने इंदिरा गांधी के हत्या के बाद सन् 84 में हुये सिक्ख विरोधी दंगों पर राजीव गांधी के उस विवादित बयान को शनिवार के दिन उनकी जयंती पर ट्वीट कर दिया है जिसमें कहा गया था कि, “जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है.”
तुरंत ही कई राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया. जिसके बाद पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने उस ट्वीट को हटा लिया है. वहीं कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि 1984 दंगों के मामले में उनके दल की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक मांफी मांग चुके हैं. बार-बार इस मुद्दे को उठाकर राजनीति करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम के ट्वीटर हैंडल पर भी गड़बड़ियां होती हैं.
इस बीच कोलकाता से किए गए इस ट्वीट के असर से दिल्ली और पंजाब में बवाल मच गया है. विरोधी दलों ने इस ट्वीट को मुद्दा बना लिया है. भाजपा ने कहा है कि ऐसी भावनाएं भड़काने वाले ट्वीट के लिए कांग्रेस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. शनिवार को राजीव गांधी की 72वीं जयंती है.
गौरतलब है कि पंजाब में चुनाव का महौल चल रहा है. कांग्रेस इस बार सत्ता हासिल करने के हर प्रयास में लगी है. लेकिन, आम आदमी पार्टी से उसे टक्कर मिल सकती है. भाजपा और अकाली दल का प्रयास भी सरकार दोबारा बनाने की है. लेकिन, इन सब के बीच कोलकाता से हुआ यह ट्वीट कांग्रेस के लिए फिलहाल भारी पड़ गया है. क्योंकि, विरोधी दल आरोप लगा रहे हैं कि 1984 के जख्मों को इस ट्वीट ने फिर से ताजा कर दिया है.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि कांग्रेस को 84 पर कभी अफसोस नहीं रहा है. आज भी वे इस पर गर्व करते हैं. आप के नेता और सिख दंगा पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ने वाले एचएस फुल्का ने कहा कि उस हिंसा को लेकर कांग्रेस का असली चेहरा यही है. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर एक साथ निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिखों से और बीजेपी मुसलमानों के खिलाफ की राजनीति करती है.