दाऊद कहां है?
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के ठिकाने को लेकर दो तरह के जवाब मिल रहें हैं. एक, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हीराभाई पार्थीभाई चौधरी ने मंगलवार को लोकसभा में लिखित उत्तर में बताया कि दाऊद के ठिकाने की जानकारी केन्द्र सरकार को नहीं है. दूसरा, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने संसद के बाहर कहा कि दाऊद पाकिस्तान में है. जाहिर है कि केन्द्र सरकार के दोनों गृह राज्यमंत्री माफिया सरगना तथा मुंबई बम धमाकों के मुख्य गुनाहगार दाऊद के पाकिस्तान में होने या न होने के बारे में पृथक-पृथक बयान दे रहें हैं. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह बताएं कि अंडरवर्ल्ड का वांछित डॉन दाऊद इब्राहिम कहां छिपा है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हीराभाई पार्थीभाई चौधरी ने लोकसभा में मंगलवार को एक लिखित जवाब में कहा था, “दाऊद के ठिकाने का अब तक पता नहीं चल पाया है. एकबार उसके ठिकाने का पता चल जाए तो प्रत्यार्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.”
इसके बाद गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने संसद के बाहर स्पष्टीकरण दिया कि अंडरवर्ल्ड डॉन पाकिस्तान में है और केंद्र सरकार इस मुद्दे को अत्यंत गंभीरता से लेगी.
आजाद ने मामले को ऊपरी सदन में उठाते हुए कहा कि देश की सरकारें लगातार कहती रही हैं कि दाऊद पाकिस्तान में है और चौधरी के बयान से भारत की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खराब हुई है.
आजाद ने कहा, “भारत सरकार का यह रुख रहा है कि दाऊद पाकिस्तान में है और वहीं से अपने काम करता है. चुनाव के दौरान यह आरोप लगाया गया था कि हम दाऊद को वापस लाने में नाकाम रहे, लेकिन दूसरे सदन में लिखित जवाब में यह कहा गया कि सरकार को उसके ठिकाने के बारे में कुछ पता नहीं है.”
कांग्रेस नेता ने कहा, “इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हुई है. हम यह कहते रहे हैं कि वह कई सालों से पाकिस्तान में है. अगर आज हम कहते हैं कि हमें उसके ठिकाने का पता नहीं तो यह बहुत गलत होगा.”
विपक्ष के अन्य सदस्यों ने भी स्पष्टीकरण की उनकी मांग का समर्थन किया, जिसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सदस्यों को आश्वस्त किया कि केंद्रीय गृह मंत्री इस पर बयान जारी करेंगे.
भारत की तरफ से पाकिस्तान को भेजे लगभग सभी डोजियर में दाऊद का नाम शामिल रहा है, जो कि मुंबई में 1993 में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के मामले में वांछित है.