विज्ञापन में अमित शाह, आयोग को शिकायत
रायपुर | संवाददाता: सरकारी विज्ञापन में अमित शाह प्रकरण ने तूल पकड़ लिया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने मंगलवार को इसकी शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से की है. अपने शिकायती पत्र में कांग्रेस ने कहा है कि नगरीय चुनावों की अधिसूचना जारी होने के बाद सरकारी खर्च पर भाजपा अध्यक्ष की तस्वीर सभी मीडिया में सरकारी विज्ञापनों के माध्यम से प्रकाशित की गई है. यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश तथा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयोग से दो शिकायतें की गई हैं. पहली शिकायत मुख्यमंत्री तथा जनसंपर्क विभाग के खिलाफ की गई है. दूसरी शिकायत भाजपा द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के बाबत् की गई है.
कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयोग से मांग की है जनसंपर्क विभाग के प्रमुख मुख्यमंत्री, डायरेक्टर जनसंपर्क तथा सचिव जनसंपर्क के खिलाफ विभागीय जांच की जाये. समस्त विज्ञापनों का कुल व्यय इनसे वसूला जाये तथा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण भी दर्ज किया जाये.
भाजपा के खिलाफ शिकायत में कहा गया है कि 13 दिसंबर को नगरीय निकाय चुनाव की नामांकन भरने की अंतिम तिथि है उसके एक दिन पहले सरकारी खर्च पर रायपुर के साइंस कॉलेज में एक बड़ा आयोजन करके पार्टी का गुणगान किया गया है. इसके आयोजन के लिये पूरे सरकारी तंत्र को झोंक दिया गया. अमित शाह ने भी संबोधन में सरकार के 92 योजनाओँ का यशोगान किया है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने एक रणनीति के तहत आचार संहिता लागू होने के बाद सरकारी खर्च पर प्रचार-प्रसार किया गया है. यह चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन है.
कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि भाजपा के मुख्यमंत्री, समस्त मंत्रीगण, प्रदेश अध्यक्ष, जिन स्थानों में नगरीय निकाय चुनाव होने हैं वहां के अध्यक्षों के खिलाफ आचार संहिता का मामला दर्ज किया जाये. इसके अलावा कांग्रेस ने मांग की है कि अमित शाह के कार्यक्रम के आयोजन का खर्च चुनाव लड़ने वालों के खर्च में जोड़ा जाये.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल द्वारा सौपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य शासन एक ऐसे व्यक्ति को जो किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं है. केवल सत्तारूढ़ पार्टी का अध्यक्ष है, इस नाते स्वागत में शासकीय मद से करोड़ों रूपयें की राशि विज्ञापन में खर्च कर जनता की गाढ़ी कमाई का दुरूपयोग किया गया है.