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पांच बेटियों के हत्यारे बाप की फांसी टली

जबलपुर: पाँच बेटियों की जघन्य हत्या करने वाले कलयुगी बाप की फांसी बुधवार देर रात चीफ जस्टिस पी. सतशिवम के द्वारा अचानक टाल दी गई. मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के इच्छावार ग्राम निवासी मगनलाल बरेला को बृहस्पतिवार तड़के जबलपुर की सेंट्रल जेल में फांसी दी जानी थी.

लेकिन बुधवार रात पीपल्स यूनियन फॉर डेमोक्रैटिक राइट्स के सदस्यों ने चीफ जस्टिस पी. सतशिवम के घर जाकर मगनलाल की फांसी टालने की गुहार लगाई जिसके बाद उनके द्वारा फांसी पर स्टे लगा दिया गया.

इससे पहले जबलपुर की नेताजी सुभाष चंद्र बोस जेल में मगनलाल को फांसी दिए जाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी और कसाब को फांसी देने वाले जल्लाद अहमद को भी बुला लिया गया था. बुधवार को जेल प्रशासन ने मगनलाल के पुतले को फांसी देकर रिहर्सल भी की थी लेकिन ऐन समय पर फांसी पर स्टे लगा दिया गया.

गौरतलब है कि मगनलाल बेरला ने अपनी दो पत्नियों से संपत्ति को लेकर हुए विवाद के बाद 11 जून 2010 को अपनी पाँच बेटियों – आरती (4 साल), सविता (5 साल), लीला (6 साल), जमुना (1 साल) और फूल कंवर (2 साल) का सिर कुल्हाड़ी से काट डाला था. इसके बाद मगनलाल ने खुदकुशी करने की कोशिश भी की थी, लेकिन गांव वालों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था.

बाद में मामले की सुनवाई करते हुए सिहोर की जिला अदालत ने मगनलाल को फांसी की सज़ा सुनाई थी. इसके बाद उसकी माफी याचिकाओं को पहले जबलपुर हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके बाद उसने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष अपनी दया याचिका रखी थी जिसे उन्होने भी 22 जुलाई 2013 को खआरिज कर दिया था.

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