जिनपिंग गुजराती व्यंजन चखेंगे
अहमदाबाद | एजेंसी: भारत दौरे पर आ रहे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को यहां कोई भी मांसाहारी व्यंजन नहीं परोसा जाएगा, लेकिन खाने के मामले में उन्हें निराश नहीं होना पड़ेगा. उनकी खातिरदारी ढोकला, बाजरे की रोटी, पूरन पोली और लपसी जैसे स्वादिष्ट गुजराती व्यंजनों से की जाएगी. जिनपिंग के सामने हांडवो, कढ़ी-खिचड़ी, खीर, चूरमे के लड्डू, मेथी के थेपले, बैंगन का भरता, चावल के पापड़, केशर मैंगो जूस, सेव टमाटर की सब्जी, दाल ढोकली, अंजीर हलवा और 10 स्थानीय कुल्फियों सहित बहुत से गुजराती व्यंजन पेश किए जाएंगे.
जिनपिंग के खिदमत में ये व्यंजन 17 सितंबर की शाम अहमदाबाद में साबरमती रिवरफंट्र पर पेश किए जाएंगे.
कैटरिंग का ठेका लेने वाले होटल के एक सूत्र ने बताया कि मेहमानों को कोई मांसाहारी या चीनी व्यंजन नहीं परोसा जाएगा.
सूत्र ने बताया, “गुजराती और काठियावाड़ी भोजन परोसे जाएंगे. हमारे रसोइए 100 से ज्यादा व्यंजन बनाने की तैयारियों में व्यस्त हैं.”
खाद्य एवं औषधि और फोरेंसिक विज्ञान विभागों के अधिकारी हर व्यंजन का परीक्षण करेंगे. पुलिस ने रसोइयों की पहचान की जांच की है.
इस मौके गुजरात के डांडिया और गरबा के साथ विशेष कुची लोक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे.
साबरमती रीवरफ्रंट पर आयोजन के लिए अग्नि व जल रोधी गुंबद बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है.
रीवरफंट्र पर नियमित रूप से सुबह की सैर पर आने वालों ने कहा कि पुलिस ने उन्हें वहां सैर करने से मना कर दिया है.
एक वरिष्ठ नागरिक ने बताया, “पुलिस ने इलाके में घेरेबंदी कर दी है, जिस कारण मैं अपनी सुबह की कसरत नहीं कर पा रहा हूं.”