अरुणाचल के बाद कश्मीर भी चीन का
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: अरुणाचल प्रदेश के बाद अब चीन ने कश्मीर को चीन का हिस्सा बताया है. चीन ने अपना ताज़ा मानचीत्र ऐसे समय में जारी किया है, जब भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी चीन की राजधानी पेइचिंग में हैं. अभी तक इस मुद्दे पर भारत सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू एवं कश्मीर को लेकर विवाद चलता रहा है. लेकिन अब चीन ने भी जम्मू-कश्मीर के एक बड़े हिस्से को अपनी सीमा में दिखाकर नए विवाद को जन्म दे दिया है. हालांकि अक्साई चीन के हिस्से पर पहले से ही चीन कब्जा करके बैठा हुआ है.
इस बीच खबर है कि चीनी सैनिकों ने भारतीय इलाके में घुसपैठ की है. इस हफ्ते चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग झील के भारतीय इलाके में घुसपैठ की और उस पर अपना दावा भी जताया.
एक अंग्रेजी अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि 24 जून को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की नावें झील के भारतीय हिस्से में साढ़े 5 किलोमीटर अंदर तक घुस आईं थीं. गौरतलब है कि पेंगोंग झील का ज्यादातर हिस्सा तिब्बत में आता है और यह चीन के नियंत्रण में है. खबर है कि चीनी सैनिक दो घंटे तक भारतीय सीमा के अंदर रुके और बाद में भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ा.
ये पहला मौका नहीं है जब चीनी सैनिकों ने ऐसी कोई हरकत की हो. कई बार इस झील में भारतीय और चीनी सैनिकों का आमना-सामना हो चुका है. समुद्रतल से 4300 मीटर से भी ज्यादा ऊंचाई पर स्थित इस झील की लंबाई 134 किलोमीटर और चौड़ाई 5 किलोमीटर है. इस झील को लेकर दोनों देशों के बीच लंबे अर्से से खींचतान चल रही है.
चीन अक्सर भारतीय इलाके में घुसपैठ करके उस पर अपना दावा जताता रहता है. पिछले साल भी चीनी सैनिक कई बार लद्दाख में घुस आए और इसे अपना हिस्सा बताया.
नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से पाकिस्तान ने सीमा पर कम से कम 4 बार गोलीबारी की है, जिसमें कुछ सैनिक भी मारे गये हैं. इसके अलावा चीन भी कई बार सीमा का उल्लंघन कर चुका है. इन मुद्दों पर फिलहाल तो मोदी सरकार रक्षात्मक मुद्रा में ही है.