बो जिलाई ने आरोपों को निराधार बताया
बीजिंग | एजेंसी: एक समय चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शक्तिशाली पोलिट ब्यूरों सदस्य रहे बो जिलाई ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है. ज्ञात्वय रहें कि बो जिलाई पर घूसखोरी, हत्या तथा पद के दुरुपयोग का आरोप लगाकर उन्हें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार शेनडांग प्रांत के जिनान इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट में मुकदमा गुरुवार सुबह 8.45 बजे शुरू हुआ.
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महाअधिवेशन के पहले कयास लगाये जा रहें थे कि बो जिलाई इसके महासचिव बन सकते हैं. परंतु उन पर अपने पत्नी के माध्यम से 21 मिलियन यूनान घूस लेने का आरोप लगाया गया तथा गिरफ्तार कर लिया गया था. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी ने अप्रैल 2012 में बो को निलंबित करने का फैसला लिया था.
बो जिलाई पर यह भी आरोप है कि उन्होने अपनी पत्नी द्वारा ब्रिटिश दंपत्ति को जहर दिये जाने के केस में सत्ता का दुरुपयोग करते हुए उन्हें बचाया गया था. बो के मामले में जिनान पीपुल्स अभियोजक ने 25 जुलाई को आरोप पत्र दायर किया था.
बो जिलाई चीन के एक कट्टरपंथी नेता हैं तथा वर्तमान चीनी नीतियों को बगले जाने के पक्षधर थे. बो जिलाई ने अपने प्रांत में कई ऐसे कार्य किये थे जिससे जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी थी. राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि बो जिलाई को पार्टी प्रमुख के पद पर आसीन होने से रोकने के लिये उन पर झूठे आरोप लगाये गये हैं.
खबरो के मुताबिक बो ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है.