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व्यापारी की हत्या पर बंद रहा रायपुर

रायपुर | संवाददाता: सराफा एसोसियेशन द्वारा शनिवार को कराये गये रायपुर बंद का असर व्यापक रहा. ज्यादातर स्कूल-कॉलेज बंद रहे तथा बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन के आसपास वीरानी देखी गई. गौरतलब है कि सराफा व्यापारी पंकज बोथरा की 29 जून की रात अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

छत्तीसगढ़ की राजधानी में पिछले 15 दिनों के अंतराल में चार जगहों पर गोलीबारी और सराफा कारोबारी पंकज बोथरा की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के विरोध में शनिवार को कांग्रेस के आह्वान पर रायपुर बंद रहा.

इस दौरान कांग्रेसियों ने विरोधस्वरूप नकली हथियारों की माला पहनी और नकली हथियारों की दुकानें भी लगाईं.

बंद को चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी अपना समर्थन दिया. साथ ही विभिन्न राजनितिक दलों, फुटकर व्यापारी संघ, सराफा एशोसिएशन, गोल बाजार व्यापारी संघ, सब्जी एवं फल विक्रेता संघ, मोटर मर्चेंट, समाजसेवी संगठनों, परिवहन संघ, ऑटो संघ ने समर्थन किया.

बंद को ले सुबह 6 बजे से ही टोलियों में कांग्रेसी मोटरसाइकिल व कार से घूमे और शहर को बंद कराते नजर आए.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने हेलमेट पहनकर मोटरसाइकिल चलाते हुए कार्यकर्ताओं के साथ जयस्तंभ चौक, मालवीय रोड एवं सदरबाजार जाकर जनता एवं व्यापारियों से हाथ जोड़कर दुकानें बंद करने अपील की. इस दौरान उन्होंने सराफा एसोसिएशन के धरना में जा कर उनकी मांगों का समर्थन किया.

वहीं गांधी मैदान से शहर अध्यक्ष विकास उपाध्याय के नेतृत्व में महापौर प्रमोद दुबे के साथ कार्यकर्ताओं ने शास्त्री बाजार सब्जी मंडी, फल मंडी, मालवीय रोड, जयस्तंभ चौक, महात्मा गांधी रोड सदर बाजार और रेलवे स्टेशन को बंद कराया.

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुमित दास, सुनीता शर्मा, सोमेन चटर्जी, चंद्र बेहरा, खुबीरम साहू ने वरिष्ठ जनों एवं कार्यकर्ताओं के साथ टोली में निकलकर अपने अपने ब्लॉक क्षेत्रों को बंद कराया.

अपराध मुक्त रायपुर की मांग को समर्थन देने के बाद चेम्बर ऑफ कॉमर्स और सराफा एसोसिएशन के सदस्यों ने भी सदर बाजार में पंडाल लगाकर रायपुर बंद कराया एवं पंकज बोथरा के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की.

जयस्तंभ चौक पर पार्षद एवं एमआईसी सदस्य विमल गुप्ता और वार्ड अध्यक्ष गिन्नी तारिक खान के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अवैध हथियारों की प्रतीकात्मक दुकान लगाई.

हाल ही में हुये अपराध
उल्लेखनीय है कि 11 जून को रायपुर के नजदीक के गांव छछानपैरी में पूर्व विधायक डॉ. शिवकुमार डहरिया की माताजी की हत्या कर दी गई. डॉ. शिवकुमार डहरिया के पिताजी पर भी जानलेवा हमला हुआ है. जिसके हत्यारे अभी तक गिरफ्त से बाहर है.

राजधानी रायपुर में एक माह के अंदर गोलीबारी की लगातार बड़ी घटनायें हो रही. पूर्व उपमहापौर गजराज पगरिया के पुत्र पर गोलीबारी की घटना हुई.

सूदखोर के द्वारा वसूली के लिये आकाश तिवारी नामक युवक की वसूली के लिये गोली मार कर हत्या कर दी गयी.

गुरूवार 30 जून को व्यवसायी पंकज बोथरा की गोली मारकर हत्या कर लूट लिया गया.

व्यवसायी के कर्मी से दो दिन पहले सरेआम राजधानी के हृदय स्थल पर लूट लिया जाता है.

क्या कहते हैं सरकारी आकड़े
नेशनल क्राइम रिसर्च ब्यूरों के ताजा आकड़ों के अनुसार 11.2 लाख की आबादी वाले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साल 2014 में 5975 संज्ञेय अपराध हुये हैं. रायपुर में साल 2014 में हत्या की 29 घटनायें हुई हैं जिनमें 33 लोग मारे गये.

इसी साल हत्या के उद्देश्य से 71 हमलें हुये थे जिसमें 74 लोग घायल हुये थे. रायपुर में 88 रेप की घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज की गई है.

साल 2014 में रायपुर में 177 लोगों का अपहरण किया गया था तथा 61 डकैतियां हुई थी. जहां तक रायपुर में होने वाले चोरियों की बात है तो राजधानी में 1340 चोरिया हुई थी.

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