छत्तीसगढ़ में आधार कार्ड का आधार नहीं
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में विशिष्ठ पहचान संख्या के लिये आधार कार्ड बनाने की योजना ने दम तोड़ दिया है. 23 अक्टूबर 2010 को राज्य पहली बार आधार कार्ड का वितरण किया गया था लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना में अब तक केवल राज्य की 2 फीसदी आबादी को ही आधार कार्ड के लिये पंजीकृत किया जा सका है. हालत ये है कि राज्य के सुकमा जिले में आधार कार्ड के लिये अब तक केवल एक आदमी को पजीकृत किया गया है. बस्तर के अधिकांश हिस्सों का यही हाल है.
गौरतलब है कि आधार 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या है, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण सभी निवासियों के लिये जारी करने वाला था. इसके तहत देश के प्रत्येक व्यक्ति की आधारभूत जनसांख्यिकीय एवं बायोमैट्रिक सूचना – फोटोग्राफ, दसों अंगुलियों के निशान एवं आंख की पुतली की छवि के साथ लिंक करने की योजना थी.
आधार कार्ड को लेकर केंद्र सरकार ने काफी सजगता दिखाई थी और दावा किया था कि आने वाले दिनों में जनता को पहचान पत्रों से मुक्ति मिल जायेगी. कहा गया था कि कोई भी ऐसा काम, जिसमें पहचान की जरूरत होती है, इस कार्ड का इस्तेमाल हो सकता है. दावा था कि आधार सरकारी व निजी एजेंसियों एवं निवासियों के मध्य विश्वास में वृद्धि सुनिश्चित करेगा. एक बार निवासियों का आधार के लिये नामांकन होते ही सेवा प्रदाता को सेवा प्रदान करने से पहले के.वाई.आर. संबंधी दस्तावेजों की जांच जैसी समस्या का सामना नहीं करना होगा. वे अब निवासियों को बिना पहचान दस्तावेजों के सेवाए देने से इन्कार नहीं कर सकते हैं. निवासियों को भी बार-बार दस्तावेजों के माध्यम से पहचान उपलब्ध कराने की परेशानी नहीं होगी. जब भी वे कई सेवाओं जैसे बैंक में खाता खुलवाने, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की आवश्यकता महसूस करेंगे, आधार संख्या पर्याप्त होगी. आधार कार्ड के नंबर को विभिन्न स्कीमों के साथ जोड़ने से सब्सिडी का लक्षित लाभार्थियों को बैंक खातों के जरिये सीधा लाभ मिलेगा. लेकिन यह सारी सूचनाएं छत्तीसगढ़ में दम तोड़ रही हैं.
2010 से अब तक छत्तीसगढ़ में केवल 3 लाख 77 हजार 412 लोगों को ही आधार कार्ड के लिये पंजीकृत किया गया है. आधार कार्ड को लेकर सरकारी कांमकाज का हाल ये है कि पूरे सुकमा जिले में अभी तक केवल एक व्यक्ति को आधार कार्ड के लिये पंजीकृत किया गया है. इसी तरह सरगुजा से अलग हुये बलरामपुर जिले में केवल 16 लोगों के पंजीकरण की खबर है. नारायणपुर जिले में 16, बीजापुर में 19, गरियाबंद में 28, सूरजपुर में 66, बेमेतरा में 83 और दंतेवाड़ा में केवल 87 लोगों को आधार कार्ड के लिये पंजीकृत किया गया है. राज्य के दूसरे पांच जिलों में भी पंजीकृत लोगों की संख्या भी 500 से उपर नहीं हो पाई है.