सरगुजा

खलखो मुठभेड़ रिपोर्ट सार्वजनिक हो

अंबिकापुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि मीना खलखो मुठभेड़ की न्यायिक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाये. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को लिखे पत्र में टीएस सिंहदेव ने मांग की है कि इस रिपोर्ट को मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा के पटल पर रखा जाये. उन्होंने मुख्यमंत्री को अपने पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि ‘मीना खलखो फर्जी मुठभेड़’ की न्यायिक जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक न किये जाने से जनसामान्य में तरह-तरह की चर्चायें चल रहीं हैं.

नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंह देव ने कहा कि मैंने स्वयं पूर्व में भी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को पत्र लिखकर उक्त मामले की जांच रिर्पोट को सार्वजनिक करने का आग्रह किया था. किन्तु ऐसा नहीं होने से लोगों के बीच में जांच को लेकर तरह-तरह की अटकले लगायी जा रही है. अतः सरकार को न्यायिक जांच रिर्पोट को मानसून सत्र के प्रथम दिवस सदन के पटल पर रखना चाहिए, ताकि जनप्रतिनिधि व जनसामान्य जांच रिर्पोट से अवगत हो सके.

उल्लेखनीय है कि 6 जुलाई 2011 को सरगुजा के करचा गांव के पास पुलिस ने कथित माओवादियों के साथ मुठभेड़ में 17 साल की मीना खलखो को मार गिराने का दावा किया था. लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि मीना का माओवादियों से कोई लेना-देना नहीं है. ग्रामीणों का दावा था कि पुलिस उसे घर से उठा कर ले गई और गोली मार दी.

बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये बाद सामने आई कि मीना को पास से गोली मारी गई थी. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने मीना के साथ बलात्कार की भी आशंका जताई थी. ग्रामीणों और मानवाधिकार संगठनों के विरोध के बाद सरकार ने मीना के परिजनों को दो लाख का मुआवजा दिया और मीना के भाई को सरकारी नौकरी भी दी गई.

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