छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बस्तर में अगले सत्र से राष्ट्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा. सोमवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री रमन सिंह और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की बैठक में इस बात की सहमति बनी. बैठक में राज्य में प्राथमिक , माध्यमिक शिक्षा तथा उच्च शिक्षा से जुड़े राज्य सरकार के अनेक प्रस्तावों को भी मंजूरी प्रदान की गयी.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि बस्तर में राष्ट्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय प्रारंभ होने से इस क्षेत्र में निवासरत जनजातियों की शिक्षा , संस्कृति , रीति रिवाज , प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और अन्य जैवविविधताओं के अध्ययन और शोध में मदद मिलेगी. केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री अक्टूबर माह में शिक्षा संस्थानों के अवलोकन के लिए बस्तर भी आयेंगी.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह तथा केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच बैठक में राज्य के बस्तर , सरगुजा और बिलासपुर में नवगठित तीन विश्वविद्यालयों को तेजी से विकसित करने के लिए वन टाईम कैच ग्रांट देने पर भी सहमति बनी. मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इन तीनों विश्वविद्यालयों में अधोसंरचना और शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता जतायी थी.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय का एक दल शीघ्र ही छत्तीसगढ़ आयेगा तथा राज्य सरकार द्वारा आईआईटी के लिए सुझाए गए स्थल का अवलोकन करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आई.आई.टी. प्रारंभ करने की घोषणा से युवाओ में काफी उत्साह का वातावरण है और हम चाहते है कि इसे शीघ्र ही मूर्तरूप प्रदान करे. मुख्यमंत्री ने नया रायपुर में स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर की स्थापना की भी मांग की.