छत्तीसगढ़: राजधानी में कुत्ते का आतंक
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर फिर से कुत्ते से आतंकित है. शुक्रवार शाम एक आवारा कुत्ते ने 15 लोगों को काट दिया. जिसमें कई बच्चे भी शामिल हैं. घटना रायपुर के संतोषी नगर के पीछे के बृजनगर, मोती नगर और गोकुल नगर की है.
आवारा कुत्ते ने घर के दरवाजे पर बैठी तीन साल की बच्ची को भी बुरी तरह से घायल कर दिया. घटना के बाद इलाकें में खौफ का माहौल है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कुत्ते ने छोटे बच्चों को जमीन पर घसीट-घसीटकर नोंचा है.
घायल लोगों को अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया. जहां से देर शाम तक 11 लोगों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है. इससे पहले भी अगस्त माह में रायपुर के ही संजय नगर में इसी तरह से एक आवारा कुत्ते ने 24 लोगों को काटा था.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर नगर निगम ने दो हजार कुत्तों के नसबंदी के बाद फिर से कुत्तों की नसबंदी करवाने के लिये जुलाई-अगस्त में टेंडर निकाला था.
कुत्ते द्वारा कई लोगों को काटने की घटना के बाद रायपुर नगर-निगम आयुक्त रजत बंसल ने कहा कि आम लोगों के लिए खतरनाक हो चुके पागल कुत्तों को मार दिया जायेगा. इसके लिए दो वेटनरी डाक्टरों से इस बात का सत्यापन कराया जायेगा कि कुत्ता पागल है. सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार अगर कुत्ते पागल होते हैं, तो उन्हें मारा जा सकता है.
वहीं, रायपुर नगर-निगम के स्वास्थ्य अधिकारी विजय पांडे का कहना है कि शहर में कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिये स्टरलाइजेशन का काम जोरदार ढंग से चलाया जा रहा है. 19 अगस्त से लेकर अब तक 1300 कुत्तों का बधियाकरण किया जा चुका है. प्रतिदिन 25 कुत्तों का बधियाकरण चल रहा है. दीपावली के कारण अभियान में कुछ कमी आ गई है, लेकिन इसमें फिर तेजी आयेगी.
गैर-सरकारी आकड़ों के अनुसार पिछले एक साल में छत्तीसगढ़ में करीब 30 हजार से ज्यादा लोग कुत्ते के काटने के शिकार हुये हैं.
इनमें से 10,188 लोगों ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदत्त स्मार्ट कार्ड से एंटी रैबीज का टीका लगवाया.
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