छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: थाने में खुदकुशी की कोशिश

बिलासपुर | संवाददाता: बिलासपुर के सरकंडा थाने में छेड़छाड़ के आरोपी ने खुदकुशी की कोशिश की है. आरोपी ने चादर फाड़ उससे गले में फंदा लगाकर खुदकुशी की कोशिश की है. आरोपी गंभीर है उसे सिम्स के आईसीयू में भर्ती करा दिया गया है. वहीं पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी समेत 8 पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है.

मिली जानकारी के अऩुसार बिलासपुर के ठाकुर छेदीलाल बैरिस्टर कृषि महाविद्यालय के सेकेंड इयर का छात्र 21 वर्षीय चंद्रशेखर कॉलेज के होस्ट में ही रहता है. वह मूल रूप से महासमुंद का रहने वाला है. उसके खिलफ सरकंडा थाने में छेड़छानी का केस दर्ज था. आरोपी चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर थाने के हवालात में बंद करके रखा गया था.

पुलिस ने उसे बिछाने के लिये चादर दिया हुआ था. पुलिस का कहना है कि बंद छात्र चंद्रशेखर ने चादर फाड़कर उसे गले में फंसाकर खुदकुशी की कोशिश की. जब वह गिरकर छटपटाने लगा तो उस पर थाने में मौजूद प्रधान आरक्षक की नज़र गई. तत्काल उस पर पानी छिड़का गया लेकिन उसकी छटपटाहट कम नहीं हुई.

पुलिस ने तत्काल आरोपी छात्र को अपनी गाड़ी में सिम्स के अस्पताल में पहुंचाया. छात्र की गंभीर हालत को देखते हुये उसे आईसीयू में भर्ती रखा गया है.

पुलिस के अफसरों ने सरकंडा थाने के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को जब्तकर लिया है. उल्लेखनीय है कि बिलासपुर के इसी सरकंडा थाने के कस्टडी में पूर्व में एक मौत हो चुकी हैं जिसकी जांच जारी है.

आमतौर पर लॉकअप में डालने से पहले अंडर गारमेंट्स को छोड़कर आरोपियों के कपड़े उतरवा लिये जाते हैं. कपड़ों का उपयोग फांसी लगाने या गला घोंटने में करने की आशंका रहती है. पुलिस ने यह एहतियात नहीं बरती और लॉकअप के भीतर चादर व कंबल छोड़ दिया था.

सरकंडा थाने में दो लॉकअप हैं. इसके बाद बरामदे पर टेबल कुर्सी लगातार पूरा स्टाफ बैठता है. इसके बाद भी किसी ने उसे खुद का गला घोंटते नहीं देखा.

गौरतलब है कि 2 दिसंबर 2016 को बिलासपुर के सोनगंगा कॉलोनी में चोरी करके भागते हुये दीपक यादव को मौहल्ले वालों ने पकड़ लिया था. उसके बाद जब पुलिस वाले उसे लेकर जा रहे थे तो वह कथित रूप से गाड़ी से उतर कर भाग निकला.

पुलिस के अनुसार भागते समय दीपक कुयें में गिर गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी. जबकि दीपक के परिजन पुलिस की थ्यौरी को मानने के लिये तैयार नहीं हैं. जबकि उसके उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दीपक को पीट पीटकर मार डाला है.

उसके भाई का कहना है कि पुलिस वालों ने मौत की खबर उसे नहीं दी. दूसरे दिन सुबह समाचार पत्रों से उसे इसकी जानकारी मिली.

उस मामले की जांच ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कर रहें हैं.

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