छत्तीसगढ़: सेबी का कार्यालय शुरु
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में रविवार से सेबी का कार्यालय खुल गया है. इसका शुभारंभ मुख्मंत्री रमन सिंह ने की. उन्होंने कहा कि इस कार्यालय के शुरू होने पर छत्तीसगढ़ के छोटे और मध्यम उद्यमियों के लिए पूंजी बाजार से पूंजी जुटाने के नये रास्ते खुलेंगे, लोगों में पूंजी बाजार के बारे में जागरुकता बढ़ेगी और छोटे पूंजी निवेशकों के हितों की बेहतर ढ़ंग से रक्षा की जा सकेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि ‘सेबी’ की निगरानी से प्रदेश में चिटफंड कंपनियों की अवैधानिक गतिविधियों पर भी बेहतर ढंग से रोक लगेगी.
मुख्यमंत्री ने समारोह में बताया कि छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों की अवैधानिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने और और छोटे पूंजी निवेशकों के हितों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार कठोर कानून ला रही है.
विधान सभा में इसके लिए विधेयक प्रस्तुत कर दिया गया है. इस विधेयक में कंपनियां बिना जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति के अपनी गतिविधियां प्रारंभ नहीं कर पायेंगी, निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के अपराध को गैर जमानती करने और कंपनी की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों के पैसे लौटाने का प्रावधान किया गया है.
उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की स्थापना केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के अंतर्गत वर्ष 1988 में एक प्रशासनिक निकाय के रूप में की गई थी. संसद में 30 जनवरी 1992 को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम (सेबी एक्ट) पारित होने के बाद वर्ष 1992 में इसे कानूनी दर्जा मिला. इसका प्रधान कार्यालय मुम्बई में है और चार प्रादेशिक कार्यालय नई दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद में है.
देश भर में प्रतिभूति बाजार को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है कि मुख्य राज्यों की राजधानियों और वहां के प्रमुख शहरों में सेबी के स्थानीय कार्यालयों की स्थापना की जाए.
यह कार्यालय यहां जीवन बीमा मार्ग पंडरी स्थित एलआईसी इन्वेस्टमेंट बिल्डिंग के प्रथम तल पर स्थापित किया गया है. शुभारंभ समारोह एक स्थानीय प्राईवेट होटल के सभागृह में आयोजित किया गया. इस मौके पर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के अध्यक्ष यूके कुमार, राज्य सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के कार्यकारी निदेशक आरके पदमनाथन, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की प्रबंध संचालक और मुख्य कार्यपालन अधिकारी चित्रा रामकृष्णा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे.