छत्तीसगढ़ की सबा अंजुम को पद्मश्री
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की सबा अंजुम को पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषमा की गई है. सुश्री अंजुम ने नई दिल्ली में वर्ष 2002 के एशियन गेम्स तथा वर्ष 2004 के एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में और वर्ष 2002 तथा 2006 में मेनचेस्टर में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में भी हिस्सा लिया है. वह वर्ष 2001 में ब्यूनस आयर्स में आयोजित जूनियर वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. सुश्री सबा अंजुम छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर के केलाबाड़ी निवासी हैं.
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने रविवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर नई दिल्ली में देश के 104 विशिष्टजनों को पद्म अलंकरणों से सम्मानित करने की घोषणा की. साहित्य, कला, समाज सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खेल, वाणिज्य एवं उद्योग, शिक्षा आदि विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति इनमें शामिल हैं. इनमें से नौ लोगों को पद्म विभूषण, 20 नागरिकों को पद्म भूषण और 75 नागरिकों को पद्मश्री अलंकरण घोषित किया गया है. ये अलंकरण राष्ट्रपति के हाथों इस वर्ष मार्च अथवा अप्रैल के महीने में नई दिल्ली में समारोहपूर्वक दिए जाएंगे.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य की प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी और भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान सुश्री सबा अंजुम को आज भारत सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्मश्री अलंकरण घोषित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए सुश्री सब अंजुम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है.
डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि इस राष्ट्रीय अलंकरण के लिए सुश्री सबा अंजुम का चयन छत्तीसगढ़ के लिए विशेष रूप से गौरव की बात है. इससे छत्तीसगढ़ में हॉकी के खेल और खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा. सबा को पद्मश्री अलंकरण से देश की महिला हॉकी खिलाड़ियों में भी नये उत्साह का संचार हुआ है. सबा अंजुम को भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सर्वोच्च खेल अलंकरण गुण्डाधूर सम्मान से भी विभूषित किया है.
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को शासकीय सेवा में अवसर देने के लिए घोषित नीति के तहत सुश्री सबा अंजुम को प्रदेश सरकार ने वर्ष 2013 में उप पुलिस अधीक्षक के पद पर नियुक्त किया गया है.