छत्तीसगढ़ का गिधौरी सुलग रहा
रतनपुर | उस्मान कुरैशी: छत्तीसगढ़ बिलासपुर के गिधौरी गांव में आने वाले तूफान के पहले का सन्नाटा पसरा है. हत्या की घटना के चौबीस दिन बाद भी पुलिस प्रशासन गांव से सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस बल हटाने का साहस नहीं जुटा पा रही है. हड़बड़ी में मामला सुलझा लेने का दावा कर चुकी पुलिस के लिए यहां की घटना गले की हड्डी बन गई है. अब समझ में नहीं आ रहा कि किया क्या जाय. गांव का तनाव है कि कम होने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस की कार्रवाई से पूरा गांव सुलग रहा है.
छत्तीसगढ़ के रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गिधौरी निवासी भागवत केवट की तीन साल की बेटी गुंजन की बीते 6 अक्टूबर को गला मरोड़कर हत्या कर दी थी. घटना के बाद से इस गांव में सन्नाटा पसरा है. यहां की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है. घटना को हुए चौबीस दिन गुजर गए है पर अब भी पुलिस की मौजदगी से इस घटना पुलिसिया जांच पर सवाल उठने लगे है.
इस मामले में रतनपुर पुलिस ने गांव के ही उसके पड़ोसी गौकरण की नाबालिग बेटी के खिलाफ अपराध पंजीबद्व किया . गौरतलब हो कि पुलिस ने आरोपी नाबालिग की स्वीकारोक्ति और आरोपी की ही नाबालिग छोटी बहन के कथित कथनों को आधार मानकर इस मामले को सुलझाने का दावा कर लिया है. जबकि परिस्थितिजन्य साक्ष्य कुछ और ही इशारा कर रहे है.
जैसा कि पुलिस द्वारा कहा जा रहा कि आरोपी ने मोबाईल में बात करने के दौरान डिस्टर्व करने पर बच्ची का गला दबाया. तो फिर गला मरोड़ने जैसी परिस्थितियां लाश में कैसे नजर आ रही थी. गला दबाने और मरोड़ने का फर्क आम ग्रामीणों को दिख गया पर अपराधों की विवेचना में सिद्वस्थ पुलिस के अफसरों ने कैसे इस तथ्य को नजरअंदाज कर दिया. पूरे गांव में इसी बात को लेकर तीखी नाराजगी है. गांव वालों के साथ मृत बच्ची के पिता ने तंत्र मंत्र के लिये बच्ची की हत्या का आरोप लगाया है.
इस बात की जांच करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने थाने का घेराव भी किया था. जिस पर पुलिस प्रशासन ने पूरे मामले को बड़ी निर्ममता से दबाने गांव में जिला पुलिस बल के 15 जवानों की तैनाती कर दी. अब भी गांव में होम गार्ड के छह जवानों की मौजूदगी बनी हुई है. रतनपुर पुलिस की इस कारगुजारी पर पूरा गांव सुलग रहा है. इस पर गांव में खुलेआम घूम रहे आरोपी नाबालिग के पिता और चाचा गांव वालों के गुस्से को बढ़ा रहे है. वहीं दादी फिकरे कसकर इस सुलगते आग में घी डालने का काम कर रही है. गांव वाले अब भी इसे तंत्र मंत्र के लिये की गई हत्या मान रहे और आरोपियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर कड़ी काईवाई किए जाने की मांग कर रहे. पूरे मामले को गंभीरता से लेकर नही सुलझाया गया तो आने वाले समय में किसी और गंभीर हादसे की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता.
मृतक के पिता भागवत केवट कहते है कि हम पुलिस के ब्यान और कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है. इससे पूरे गांव में आक्रोश है. आरोपी के पिता और चाचा गलत ब्यान बाजी कर रहे है. पुलिस इसे तंत्र मंत्र के लिए की गई हत्या नहीं मान रही है. हम चाहते हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर सही दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.
गांव की रेखा आक्रोश जताते हुए कहती है कि मार कर बच्चे की बली चढ़ा दी गई इस पर पुलिस सही जांच नही कर रही है. हम चाहते हैं कि इसमें शामिल सभी लोगों को उम्र कैद या फांसी की सजा मिले. गांव में पुलिस तैनात है और उसकी मौजूदगी में गौकरण और गौतम की माता अनापशनाप बातें कर हम लोगों को उकसा रही है. इनका आरोप है कि हत्या के असली आरोपी खुलेआम घूम रहे है.
आईजी से मिले ग्रामीण
इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर गिधौरी के ग्रामीणों ने बुधवार को आई जी पवन देव से मुलाकात की. उन्होने घटना के बाद गांव के मौजूदा हालात की जानकारी देकर घटना के दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. आई जी ने ग्रामीणों को गांव आने का आशवासन भी दिया है.