छत्तीसगढ़ में DNA टेस्ट प्रारंभ
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित फोरेंसिक लैब में डीएनए टेस्ट प्रारंभ हो गया है. अब से डीएनए जांच के नमूने हैदराबाद, अहमदाबाद और नई दिल्ली नहीं भेजने पड़ेंगे. अब से छत्तीसगढ़ में ही डीएनए टेस्ट की सुविधा होने से अपराध अनुसंधान में पुलिस को समय कम लगेगा.
इस टेस्ट से पता लगाया जा सकता है कि बच्चे के माता-पिता कौन हैं. इसके अलावा किसी दुर्घटना में लाश के क्षत-विक्षत हो जाने पर उसकी पहचान के लिये भी डीएनए टेस्ट आवश्यक होता है.
यहां तक कि किसी अपराध स्थल से प्राप्त बाल या खून से इस बात की तस्दीक की जा सकती है कि यह किसका है.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एनडी तिवारी के मामले में भी डीएनए टेस्ट ने अहम भूमिका निभाई थी. इसी टेस्ट के बाद कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता नारायण दत्त तिवारी ने रोहित शेखर को अपना बेटा मान लिया.
रोहित शेखर छह साल तक एनडी तिवारी को अपना पिता साबित करने के लिए अदालती लड़ाई लड़ते रहे. कोर्ट के आदेश के बाद आखिर तिवारी को अपना डीएनए टेस्ट कराना पड़ा. इसमें यह साबित हुआ कि एनडी तिवारी ही 34 साल के रोहित शेखर के पिता हैं.