आलू के ‘बुरे दिन’ आये
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ में प्याज और टमाटर के बाद अब आलू के भी भाव बढ़ गए हैं. सभी सब्जियों में पसंद किया जाने वाला आलू तीन दिनों में 10-12 रुपये किलो महंगा हो गया है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के थोक बाजार में शुक्रवार को आलू की कीमत 30-32 रुपये प्रति किलोग्राम तथा खुदरा बाजार में 35 रुपये किलोग्राम हो गई.
शनिवार को सुबह कुछ बाजारों में इसके भाव बढ़कर 40 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं. जाहिर है कि दाम बढ़ने से आलू के उपयोग में भी कटौती करनी पड़ेगी. इसलिये कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में आलू के बुरे दिन शुरु हो गये हैं.
रायपुर थोक सब्जी व्यवसायी संघ के अध्यक्ष टी.श्रीनिवास रेड्डी का कहना है कि सब्जियों की कीमत में अभी तेजी की संभावना है. अब सब्जियों की आवक में थोड़ी कमी आने लगी है. आवक में कमी के चलते ही आलू की कीमत में भी थोड़ी तेजी है.
राजधानी के कारोबारियों का कहना है कि इन दिनों पश्चिम बंगाल से आलू की आवक बंद है. यहां केवल भंडारण में रखे गए आलू ही बाजार में आ रहे हैं. उप्र से भी अभी आलू की आवक नहीं हो रही है.
कारोबारियों के अनुसार, ऐसी ही हालत रही तो आने वाले दिनों में आलू की कीमत और ज्यादा तेज हो जाएगी. आवक में कमी के साथ ही इसकी कीमत में तेजी का एक और मुख्य कारण टमाटर के भाव चढ़ने पर आलू की बिक्री में तेजी है.
दूसरी ओर प्याज की तेजी में थोड़ा विराम लगा गया है. स्थानीय थोक बाजार में प्याज इन दिनों 1700 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल तथा खुदरा बाजार में 25 रुपये किलोग्राम तक बिक रहा है. इन दिनों अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज की आवक भी थोड़ी बढ़ने लगी है.
आसमान छू रही टमाटर की कीमत अब धीरे-धीरे नीचे गिरने लगी है. थोक बाजार में शुक्रवार को टमाटर 15 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम तथा खुदरा बाजार में 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिका. सब्जी कारोबारियों का कहना है कि अब टमाटर की आवक थोड़ी सुधरती जा रही है. इसे देखते हुए इसकी कीमतों में गिरावट आने की ही संभावना है.
टमाटर के थोड़े सस्ते होने के बाद दूसरी सब्जियों के भाव थोड़े बढ़ने लगे हैं. शुक्रवार को छत्तीसगढञ की राजधानी रायपुर के शास्त्री बाजार, आमापारा, टिकरापारा बाजार में गोभी 50-70 रुपये, पत्ता गोभी 20-25 रुपये, मुनगा 50-60 रुपये, करेला 50-60 रुपये, बरबट्टी 40 रुपये, भिंडी 40-50 रुपये, बैगन 20-25 रुपये प्रति किलोग्राम तक बेचा गया.