छत्तीसगढ़: रणजी ट्रॉफी खेलेगा
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ राज्य बनने के लगभग 15 साल बाद राज्य की रणजी ट्रॉफी टीम बनने की सारी बाधाएं लगभग खत्म हो गई हैं. 2016-17 के सत्र से छत्तीसगढ़ की टीम का रणजी ट्राफी में खेलना लगभग तय माना जा रहा है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड, बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर के साथ संबंद्धता समिति के सदस्य अंशुमान गायकवाड़ व प्रकाश दीक्षित ने शनिवार को नया रायपुर के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का दौरा किया.
समिति ने राज्य की क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया और सचिव राजेश दवे से छत्तीसगढ़ के सभी शहरों में होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिताओं की जानकारी ली.
इस दौरान विद्यालय, कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ के प्रदर्शन के बारे में बातचीत हुई.
सचिव दवे ने बताया कि राज्य के दस से अधिक खिलाड़ी दूसरे राज्यों की रणजी ट्राफी टीमों में खेल रहे हैं. 2008 में अस्थायी सदस्यता मिलने के बाद राज्य के सभी शहरों में क्रिकेट के स्तर में सुधार हुआ है.
बीसीसीआई की पूर्ण सदस्यता मिलने के लिए पांच साल एसोसिएट टूर्नामेंट खेलने होते हैं. इन सभी प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ की सभी आयु वर्ग की टीमों ने पूर्ण सदस्यता प्राप्त राज्यों की टीमों के खिलाफ शानदार खेल दिखाया है और कई मौकों पर जीत भी हासिल की है.
साल 2013 से ही छत्तीसगढ़ रणजी ट्राफी टीम का दर्जा मिलने का इंतजार कर रहा है.
छत्तीसगढ़ की टीम से खेलते हुए अमनदीप खरे ने भारत की अंडर-19 टीम में जगह बनाई. हर बड़े मैच में अमनदीप ने शानदार प्रदर्शन किया और शतक भी जड़े.
इससे यह साफ होता है कि राज्य में प्रतिभा की कमी नहीं है और साथ ही राज्य का क्रिकेट स्तर बढ़ा है. संबंद्धता समिति के सदस्यों ने इन सब बातों को की एक रिपोर्ट तैयार कर ली है.
फरवरी में होने वाली बीसीसीआई की संबंद्धता समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ की रिपोर्ट पेश की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक ऐसे संकेत हैं कि 2016-17 के रणजी ट्राफी सत्र में छत्तीसगढ़ की टीम खेले सकती है.
बहरहाल, बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर के साथ संबंद्धता समिति के सदस्य अंशुमन गायकवाड़ व प्रकाश दीक्षित के दौरों के बाद सूबे के खिलाड़ियों को एक उम्मीद तो जरूर बंधी है.