छत्तीसगढ़

रायपुर में 30 लाख का प्याज जब्त

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में प्याज के आसमान छूते कीमतों के बाद उसकी कालाबाजारी रोकने के लिये शासन ने छापेमारी शुरु कर दी है. छत्तीसगढ़ का राजधानी रायपुर में करीब तीस लाख रुपयों के प्याज को जब्त किया गया है. इसी के साथ छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में भी छापेमारी की गई. प्याज के दामों में पिछले दो दिन में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हुई है. पिछले दिनों 32 रुपए किलोग्राम तक बाजार में उपलब्ध था और आसानी से दुकानों पर मिल जाता था. लेकिन पिछले दो दिनों में शहर की मंडी में इसकी आवक एकदम घट गई. इससे दुकानों से प्याज गायब हो गया है. महंगे होने के कारण पूरे बाजार में कुछ ही दुकानों पर नजर आ रही है. ऐसे में उच्च वर्ग के लोग भी प्याज के महंगे होने से परेशान दिख रहें हैं.

हरी सब्जी भी महंगे दामों में मिल रही है. इनमें सबसे महंगी तोरई बिक रही है जिसके दाम 60 रुपए किलो तक पहुंच गये हैं. अन्य सब्जियां भी महंगी हैं. इसकी वजह पिछले दिनों हुई बारिश बताई गई है. जिन जगहों से शहर में सब्जी आती है, वहां खेत पानी में डूब गए हैं और सब्जी की फसल नष्ट हो गई है. छत्तीसगढ़ के बाजारों में आलू-10 से 15 रुपए, टमाटर 40 रुपए, बैंगन 20 रुपए, तोरई 40 रुपए, लौकी 20 से 30 रुपए, करेला 40 रुपए, हरी मिर्ची 30 रुपए, प्याज 60 रुपए प्रति किलो की दर से मिल रहा है. जानकारों का कहना है कि आगे सब्जियों के दाम और बढ़ेंगे.

शहर के भनपुरी में खाद्य और राजस्व अधिकारियों के संयुक्त जांच दल ने दो व्यापारियों के गोदामों से 636 क्विंटल प्याज का जखीरा जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 30 लाख रूपए बतायी गई.

इसमें से 350 क्विंटल प्याज मेसर्स नागराज और 286 क्विंटल प्याज मेसर्स टीकमदास के गोदाम से जब्त किया गया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सभी व्यापारियों को उनके प्रतिष्ठानों में प्याज का स्टाक और मूल्य सूची सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए. व्यापारियों को बताया गया कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के संशोधित आदेश में प्याज को भी शामिल किया गया है. इसलिए व्यापारियों को प्याज के स्टाक की प्राप्ति और भण्डारित स्टाक की घोषणा तथा मूल्य सूची प्रदर्शित करना अनिवार्य है.

उधर बिलासपुर में भी खाद्य विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया. इस अभियान के तहत उन्होंने तिफरा स्थित चंद्रा कोल्ड स्टोरेज और सिरगिट्टी स्थित राकेश कोल्ड स्टोरेज का आकस्मिक निरीक्षण किया. दोनों कोल्ड स्टोरेज में प्याज का भण्डारण नहीं मिला. बिलासपुर शहर के व्यापार विहार में सात थोक बड़े व्यापारी प्याज का कारोबार करते हैं. इनके अलावा दो अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों द्वारा भी प्याज का कारोबार किया जाता है. व्यापारियों ने बताया कि आज की स्थिति में बिलासपुर शहर के बाजार में लगभग साढे़ चार हजार कट्टी प्याज उपलब्ध है, जो बाजार की मांग के अनुसार पर्याप्त है.

बिलासपुर कलेक्टोरेट में सोमवार को जिला प्रशासन द्वारा प्याज तथा दालों के थोक व्यापारियों की बैठक आयोजित की गई. अधिकारियों ने उन्हें थोक और खुदरा विक्रय मूल्यों में ज्यादा अंतर नहीं रखने के निर्देश दिए. उन्हें यह भी कहा गया कि वे अपने प्रतिष्ठानों में प्याज और दालों के स्टाक तथा उनकी मूल्य सूची अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करें तथा प्याज और दालों की प्रतिदिन की आवक और थोक एवं खुदरा कीमतों की जानकारी प्रतिदिन खाद्य विभाग को दी जाए. जिला प्रशासन ने खाद्य निरीक्षकों को सब्जी मंडियों का प्रतिदिन दौरा करने और वहां प्याज की कीमतों पर नजर रखने के भी निर्देश दिए हैं.

दुर्ग में सोमवार को तितुरडीह स्थित थोक व्यापारी मेसर्स सुदामा लाल और सिकोलाभाठा स्थित मेसर्स जसवानी ट्रेडिंग तथा मेसर्स मनोहर लाल के गोदामों की आकस्मिक जांच अनुविभागीय दण्डाधिकारी के नेतृत्व में खाद्य अधिकारियों द्वारा की गई. इनमें प्रत्येक व्यापारी के गोदाम में लगभग नौ-दस क्विंटल प्याज पाया गया, जिसके विक्रय मूल्य की जानकारी ली गई. सभी व्यापारियों को प्याज के प्रतिदिन की आवक और मूल्य सूची प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए.

उनसे यह भी कहा गया कि वे प्याज का बिल-बीजक अपने व्यासायिक प्रतिष्ठान में उपलब्ध रखें. साथ ही उपभोक्ताओं की सुविधा की दृष्टि से शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में काउंटर लगाकर थोक दर पर प्याज बेचने के भी निर्देश दिए गए.

दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए उचित मूल्य दुकानों को चिन्हांकित किया गया है. अधिकारियों ने दुर्ग शहर के इंदिरा मार्केट में प्याज के खुदरा व्यापारियों की दुकानों का भी निरीक्षण किया गया और उनसे विक्रय मूल्य की जानकारी ली गई.

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