मौत के डॉक्टर जिम्मेदार नहीं-नक्सली
जगदलपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नसबंदी के बाद महिलाओं की मौत पर नक्सलियों ने भी बयान जारी किया है. एक बयान में हालांकि डॉक्टरों की बर्खास्तगी का विरोध किया गया है, मगर मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की बात कही गई है.
नक्सलियों की मैनपुर डिविजनल कमेटी के प्रवक्ता रामचंद्र मांझी के हवाले से कहा गया है कि गरीब महिलाओं की मौत के लिए डॉक्टर नहीं, बल्कि सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार जिम्मेदार है. डॉक्टरों को जो दवाइयां मुहैया कराई गईं, उन्होंने दी. उनका कोई कसूर नहीं है. मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.
बयान में कहा गया है कि राज्य के साथ ही केंद्र व संयुक्त राष्ट्र संघ भी जिम्मेदार है. संयुक्त राष्ट्र संघ को भारत की महिलाओं की कोख एक समस्या लगती है, इसी वजह से नसबंदी के लिए सरकार पर दबाव डालती है.
यह भी कहा गया है, “अपनी गलत नीतियों को छिपाने के लिए साम्राज्यवादी देश गरीबी, जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण जैसी समस्याओं के लिए गरीब देशों की जनसंख्या को जिम्मेदार ठहराते हैं. सहायता के नाम पर भारी कर्ज व अनुदान देकर जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए कार्यक्रम चलवाते हैं और सरकार में शामिल लोग उसमें भी अपना हित साध लेते हैं.”