सरकार और पार्टी का कठिन दौर: साय
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ में राज्यसभा का टिकट कटने से भारतीय जनता पार्टी नेता नंदकुमार साय निराश नहीं हैं. साय ने कहा कि राज्यसभा का उम्मीदवार तय करने के लिए पार्टी में उच्चस्तर पर मंथन हुआ है. उसके बाद उम्मीदवार तय किया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो निर्णय लिया है, वह स्वीकार है. पार्टी उनके बारे में कुछ बेहतर सोच रही है, इसलिए राज्यसभा में नहीं भेजने का फैसला लिया. पार्टी को कई बार अलग-अलग कारणों से फैसले लेने होते हैं. साय ने कहा कि अब मिलने पर पता चलेगा कि आखिर कौन सा कारण है, जिसके कारण उन्हें टिकट नहीं दिया गया.
साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार और पार्टी कठिन दौर से गुजर रही हैं. हमारे पास क्या दायित्व होगा, यह पार्टी तय करेगी. हमारी कोशिश यह है कि पार्टी कहीं कमजोर न हो. सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रियता बढ़ेगी.
साय ने चर्चा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक पुराना गीत सुनाया. इसमें उन्होंने कहा कि पद से ज्यादा चरित्र निर्माण जरूरी है. इस समय देश में चरित्र का संकट खड़ा हो गया है.
उन्होंने कहा कि भविष्य के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है. वर्तमान के बारे में विचार करने से बेहतर परिणाम मिलेगा. स्वार्थ साधना की आंधी में वसुधा का कल्याण नहीं भूलना चाहिए. संघर्षो का पार नहीं है, लेकिन मझधार में साहस को डूबना स्वीकार नहीं है.